शोभा यात्रा ने छोड़ी छाप, गूंजे महावीर के संदेश
महावीर स्वामी के 2545 वें मोक्ष दिवस पर उनके परिनिर्वाण स्थली फाजिलनगर में निकली शोभा यात्रा ने अपनी छाप छोड़ी। अ¨हसा परमो धर्म: का उनका संदेश गूंजा।
कुशीनगर: महावीर स्वामी के 2545 वें मोक्ष दिवस पर उनके परिनिर्वाण स्थली फाजिलनगर में निकली शोभा यात्रा ने अपनी छाप छोड़ी। अ¨हसा परमो धर्म: का उनका संदेश गूंजा। यात्रा में शामिल जैन धर्म के अनुयायियों ने परंपरा के अनुसार बैलगाड़ी के साथ शोभा यात्रा निकाली और महावीर के दिखाए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। विधिविधान से पूजन-अर्चन के बाद महावीर के सिद्धांतों की प्रासंगिकता को लेकर आए अतिथियों ने अपने विचार रखे और कहा कि उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं। पूरी दुनिया को उस विचार पर अमल करने की जरूरत है तभी विश्व शांति कायम हो सकेगी। इस अवसर पर पुखराज जैन, प्रेमचंद जैन, अशोक जैन, डा. मनोज कुमार जैन, विजय शंकर तिवारी, मुकुल तिवारी, रामबृक्ष गिरि, अभिमन्यु पांडेय, केदार ¨सह, डा. मृत्युंजय ओझा, इंद्रजीत कुशवाहा, संजय लाल श्रीवास्तव, अमित कुमार जैन, बिट्टू जैन, राजेश दूबे, खुर्शीद आलम, राजेश जायसवाल, गंगासागर गुप्त, भीम उपाध्याय, श्रीप्रकाश उपाध्याय आदि उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि विधायक गंगा ¨सह कुशवाहा रहे तो अध्यक्षता पूर्व विधायक विश्वनाथ ¨सह ने की। डा. अभय कुमार जैन ने अभार ज्ञापित किया तो पुजारी प्रशांत जैन ने विशेष पूजन किया। यात्रा में महिलाओं ने भी बढ़ चढ़कर भाग लिया।