सेवरही का पोखरा, जल संरक्षण से पर्यटन स्थल तक
दैनिक जागरण ने दो वर्ष पूर्व इस पोखरे को लिया था गोद सुंदरीकरण के बाद इस स्थल के विकास के लिए नगर पंचायत अध्यक्ष ने गंभीरता दिखाई है।
कुशीनगर : सेवरही उपनगर स्थित बाबा बिदेश्वरी दास पोखरा को दो वर्ष पहले जागरण ने गोद लिया था, सफाई के साथ जल सरंक्षण हुआ। इस क्रम में सेवरही नगर पंचायत से पोखरा का जीर्णोद्वार हुआ। पोखरा में फव्वारा लगा है। सीढि़यां व घाट बने हैं तथा पोखरा में मछलियां पाली गई हैं जो आगंतुकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनती हैं।
नगर पंचायत अध्यक्ष श्याम सुंदर विश्वकर्मा ने पोखरे को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने का प्रयास शुरू कर दिया है। उन्होने कहा कि पोखरे का ऐतिहासिक महत्व है। यदि इसे पर्यटन स्थल के रुप में विकसित कर दिया जाए तो उपनगर का यह दर्शनीय स्थल हो सकता है। उन्होंने पोखरे के सुंदरीकरण, भगवान शंकर की 21 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित कराए जाने व पोखरे में बोट चलाने की भी योजना पर चर्चा की। कहा कि इस कार्य के लिए प्रस्ताव पारित कर पोखरा को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।
स्थानीय निवासी केके रामचंद्रन ने कहा कि नगर स्थित बाबा बिदेश्वरी दास पोखरे का ऐतिहासिक महत्व है। इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना निसंदेह सराहनीय है। पोखरे की सुंदरता बढ़ने से नगर की महत्ता बढ़ जाएगी।
विशुनदयाल जायसवाल ने कहा कि पोखरे के एक तरफ भगवान शिव की बड़ी मूर्ति स्थापित किए जाने की योजना चर्चा में है। योजना अगर धरातल पर उतरी तो पोखरे की महत्ता बढ़ जाएगी। बिहार के सीमावर्ती क्षेत्र के दर्शनार्थियों की संख्या बढ़ जाएगी।
राजेश तिवारी ने कहा कि यह पोखरा काफी समय तक उपेक्षित रहा है। दैनिक जागरण ने इसे गोद लिया था, अब नगर पंचायत ने भी इसकी सुधि ली है। अब गर्मी में भी इसमें लबालब रहेगा। इससे पशु-पक्षियों को भी राहत मिलेगी।
विनोद कुमार ने कहा कि अक्सर गर्मी का सीजन आते ही पोखरे में पानी का संकट खड़ा हो जाता था, दैनिक जागरण की पहल पर ऐतिहासिक पोखरे का सुंदरीकरण कर इसे दर्शनीय स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। यह प्रसन्नता का विषय है।