ठिठूरा रही ठंड.वे खोज रहे ठौर!
सार्वजनिक स्थानों पर नहीं जल रहे अलाव -लकड़ी तक नहीं हो सकी है खरीदारी
कुशीनगर: ठंड पूरी तरह से शिकंजा कसने लगी है। रैन बसेरा के लिए अब तक ठौर तक नहीं खोजी जा सकी है। अलाव की भी व्यवस्था नहीं है। प्रशासनिक अमला अब सार्वजनिक स्थानों को चिह्नित करने की तैयारी में है। अब ऐसे में गरीब ठंड की मार से बेजार हो तो क्यों न?
प्रशासनिक तैयारियों का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अभी तक लकड़ी तक नहीं खरीदी गई। रात में यात्रियों के लिए ठहरने का कोई इंतजाम नहीं है। बदहाली के लिए आपको बता दें कि पडरौना बस स्टेशन में एक टेंट लगा है, यहां गद्दा, रजाई कुछ नहीं है। जिले की सभी छह तहसीलों का लगभग यही हाल है। दूसरी ओर अलाव के नाम पर सुभाष चौक पर बस आग की राख दिखाई दी।
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तहसीलों को भेज गए 50-50 हजार रुपये
-अलाव के लिए तीन लाख रुपये जनपद को मिले हैं। 50-50 हजार रुपये पडरौना, कसया, हाटा, तमकुहीराज, कप्तानगंज व खड्डा तहसीलों को भेज दिए गए हैं।
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दिए गए हैं सख्त निर्देश: एडीएम
-एडीएम विध्यवासिनी राय ने बताया कि सभी एसडीएम को इस बाबत निर्देशित किया जा चुका है कि सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित करें। नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारियों को स्थान चिह्नित कर तत्काल रैन बसेरा बनाए जाने का निर्देश दिया गया है। लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।