कृष्ण जन्म व पूतना वध का प्रसंग सुन हर्षित हुए श्रोता
श्रीकृष्ण का व्यक्तित्व भारतीय इतिहास के लिए अलौकिक व आकर्षक है। उन्होंने मानव मात्र के कल्याण के लिए अपने जन्म से लेकर निर्वाण पर्यंत अपनी सरस एवं मोहक लीलाओं तथा परम पावन उपदेशों से अमूल्य शिक्षा दी थी।
कुशीनगर : श्रीकृष्ण का व्यक्तित्व भारतीय इतिहास के लिए अलौकिक व आकर्षक है। उन्होंने मानव मात्र के कल्याण के लिए अपने जन्म से लेकर निर्वाण पर्यंत अपनी सरस एवं मोहक लीलाओं तथा परम पावन उपदेशों से अमूल्य शिक्षा दी थी।
यह बातें तमकुही विकास खंड के ग्राम पंचायत बरवा राजापाकड़ के बहुरिया टोला में रामजानकी - शिवमन्दिर परिसर में आयोजित तृतीय पंचदिवसीय कृष्ण जन्मोत्सव समारोह के प्रथम दिन शनिवार की रात्रि में श्रद्धालुओं को कथा सुनाते हुए गोरखपुर से पधारी कथावाचिका निर्मला पांडेय ने कही। कृष्ण जन्म व पूतना वध का प्रसंग सुन श्रोता हर्षित हुए।
इस दौरान मंदिर के महंत नारायणदास, केदार वर्मा, राहुल जायसवाल, हरिबेलास पटेल, जयराम बारी, लाल बिहारी पटेल, गोपाल जायसवाल, श्याम बिहारी गुप्ता, रमाशंकर वर्मा, सिंहासन पटेल, ओमप्रकाश जायसवाल, प्रमोद चौहान, रामबिलास वर्मा आदि मौजूद रहे।