संत रैदास जयंती पर निकाली झांकी
संत रैदास की जयंती पर दलित समुदाय के लोगों ने गाजे-बाजे के साथ मनोहारी झांकी निकाली और उनके सामाजिक संदेश के अनुपालन करने का संकल्प लिया।
कुशीनगर : संत रैदास की जयंती पर दलित समुदाय के लोगों ने गाजे-बाजे के साथ मनोहारी झांकी निकाली और उनके सामाजिक संदेश के अनुपालन करने का संकल्प लिया। नगर के नौका टोला, छावनी, मनिकौरा, कसेरा टोली से वाहनों पर संत रैदास की झांकी सजा जुलूस की शक्ल में भ्रमण किया। इस दौरान वक्ताओं ने रैदास को संत के रूप में याद करते हुए कहा कि उनके सामाजिक संदेश को ग्रहण करने की जरूरत है, तभी हम सब लक्ष्य को पा सकेंगे। दोपहर चार बजे निकली झांकी सुभाष चौक, कोतवाली रोड, तिलक चौक होते हुए विभिन्न मार्गों से होते हुए देरशाम तक भ्रमण करता रहा। वक्ताओं ने संत रविदास के जीवनी पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि गंगा-स्नान के लिए रैदास के शिष्यों में से एक ने उनसे भी चलने का आग्रह किया तो वे बोले, 'गंगा-स्नान के लिए मैं अवश्य जाता, परंतु मैंने किसी को आज ही जूते बनाकर देने का वचन दिया है और अगर मैं जूते नहीं दे सका तो वचन भंग होगा।
महर्षि पब्लिक स्कूल में संत रविदास जयंती मनाई गई। शुभारंभ प्रबंधक ओम प्रकाश पांडेय ने चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया। इस मौके पर आयुष कुमार, आदित्य कुमार, अमन आदि ने संत रैदास के जीवनी पर प्रकाश डाला। नगर में आयोजित एक गोष्ठी में राष्ट्रीय जागरण मंच के अध्यक्ष निर्मल साहा ने उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प दिलाया। इस अवसर पर शंभू कश्यप, विजय विश्वकर्मा, मुजीब सिद्दीकी, सीताराम मौर्य, सुबाष पाल, अबरार अहमद, जफर अहमद, हरेंद्र साहा, दिनेश उपाध्याय, शफीक अंसारी आदि मौजूद रहे। आल इंडिया मजिलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमन के तत्वावधान में जुड़ा छपरा टोला पटखौली में रविदास जयंती मनाई गई। इस मौके पर सीताराम मौर्य, मैनुद्दीन सिद्दीकी, राम प्रीत, रामचंद्र ¨सह, जय¨सह सैंथवार, हरि चौधरी, रामायन प्रसाद, रामाज्ञा प्रसाद, नसीर अहमद, यासिन, सुगांती कुशवाहा, जय प्रकाश कुशवाहा, गुलाब व डा.तूफानी प्रसाद ने कार्यक्रम को संबोधित किया।