बीज के दाम बढ़ने से आलू की खेती प्रभावित
कुशीनगर लाकडाउन के बाद मंदी और फिर महंगाई से किसानों के साथ आम लोग भी परेशान हैं
कुशीनगर: लाकडाउन के बाद मंदी और फिर महंगाई से किसानों के साथ आम लोग भी परेशान हैं।
आलू की बोआई के लिए किसान खेत तैयार कर लिए हैं, लेकिन बीज के दाम बढ़ने से वह काफी चितित हैं। पिछले वर्ष पांच सौ से आठ सौ रुपये प्रति कुंतल मिलने वाला आलू का बीज इस वर्ष चार हजार तक पहुंच गया है। खाद-बीज के दामों में बढ़ती महंगाई से किसानों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है।
हम प्रत्येक वर्ष आलू की बोआई करते आ रहे हैं। भारी मात्रा में उत्पादन होता था, इसलिए इसे मंडी में भी बेचा जाता है। इस वर्ष आलू के बीज का मूल्य काफी अधिक है, इसलिए बोआई करने की हिम्मत नहीं हो रही है।
रामबदन कुशवाहा, डुमरी
दिन-रात परिश्रम कर पिछले 15 दिनों से खेत तैयार कर लिया गया है। आस लगाए थे कि आलू के बीज की कीमत कम होगी तो बुआई करेंगे, लेकिन अभी तक मूल्य में एक भी रुपये की गिरावट नहीं हुई है। अब आस टूटने लगी है।
नरसिंह कुशवाहा, सिरसिया खोहियां
लाकडाउन व मंदी मार के बाद किसान आलू की खेती कर हालात सुधारने का सपना संजोए थे, लेकिन बीज की महंगाई ने सपनों पर पानी फेर दिया। इस वर्ष बारिश, लाकडाउन और अब महंगाई ने किसान को तबाह कर दिया।
बृजेश विश्वकर्मा, बजरकेरईयां
शासन और प्रशासन के कुप्रबंधन के कारण महंगाई चरम पर पहुंच गई है। खासकर सब्जियों के दाम तो आसमान छू रहे हैं। बाजार पर प्रशासन का कोई नियंत्रण नहीं है। इसकी मार किसानों को झेलनी पड़ रही है। बशिष्ठ सिंह, सरैया महंथ पट्टी