सूरज हत्याकांड का पर्दाफाश, तीन गिरफ्तार
जिले के तरयासुजान के रामपुर बंगरा से 11 दिन पूर्व हुए किशोर की हत्या कर शव फेके जाने का मामला।
कुशीनगर: जिले के तरयासुजान के रामपुर बंगरा से 11 दिन पूर्व हुए किशोर की हत्या कर शव बड़ी गंडक नदी में बहाए जाने के मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। पकड़े गए आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त बाइक, अपहृत किशोर का कपड़ा, घटना में प्रयुक्त मोबाइल तथा गमछा बरामद किया है। पुलिस कार्यालय में बुधवार को पत्रकारवार्ता में अपर पुलिस अधीक्षक हरिगो¨वद मिश्र ने बताया कि एसपी अशोक कुमार पांडेय के निर्देशन में पुलिस इस मामले का अनावरण के लिए सीओ आरके तिवारी के नेतृत्व में एसओ तरयासुजान विनय कुमार पाठक व उपनिरीक्षक पुरुषोत्तम राय के साथ स्वाट टीम लगी थी। दौरान विवेचना मिले महत्वपूर्ण सुराग के आधार पर पुलिस ने गांव के ही कुछ युवकों को पूछताछ के लिए उठाया। कड़ाई से हुई पूछताछ में पकड़े गए तीन युवकों ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि सूरज के पिता से कुछ दिन पहले मारने व अपमानित करने का बदला लेने के नीयत से 29-30 जून को एक बरात समारोह से बहला-फुसलाकर सूरज को एकांत में ले गए और गला दबाकर हत्या कर दी। शव को बाइक से ले जाकर गंडक नदी में फेंक दिया। मामले को दूसरा रूप देने के लिए मुन्ना द्वारा दूसरे के नाम से सिम खरीद सूरज के पिता से मोबाइल पर चार लाख रुपये की फिरौती की डिमांड की गई। बदहवास रामपुर बंगरा निवासी भगवान ने दो जुलाई को थाने में तहरीर देकर आरोप लगाया कि 14 वर्षीय लड़के सूरज का अपहरण कर बदमाशों ने चार लाख रुपये फिरौती की डिमांड की। पकड़े गए तीनों बदमाशों में मुन्ना ¨सह निवासी सल्लेपुर थाना विशंभरपुर जनपद गोपालगंज, टोपन उर्फ धीरज ¨सह व ¨प्रस ¨सह (नाबालिग) निवासी रामपुर बंगरा थाना तरयासुजान के रूप में हुई है। वर्क आउट करने वाली पुलिस टीम में श्रीकृष्ण ¨सह हेड कांस्टेबिल, राम प्रवेश यादव, राजीव यादव, स्वाट टीम के मुबारक खां, अशोक कुमार ¨सह, मनोज कुमार यादव, रणजीत यादव, शिवानन्द ¨सह, सुशील कुमार ¨सह, चंद्रभान वर्मा आदि शामिल रहे। एएसपी ने बताया कि शव की तलाश के लिए बड़ी गंडक नदी में गोताखोर लगाए गए हैं, अभी तक शव बरामद नहीं हुआ है।