परवान न चढ़ सकी पेयजल परियोजना
कुशीनगर कसया ब्लाक के मुसहर बाहुल्य गांव कुड़वा दिलीप नगर में स्वीकृत पेयजल परियोजना पर
कुशीनगर: कसया ब्लाक के मुसहर बाहुल्य गांव कुड़वा दिलीप नगर में स्वीकृत पेयजल परियोजना परवान नहीं चढ़ सकी। 72 टोलों में बंटे इस गांव के लोगों को शुद्ध जल मुहैया कराने के लिए वर्ष 2012 में तीन करोड़ 44 लाख की लागत की पेयजल परियोजना स्वीकृत हुई थी। इसमें दो ओवरहेड टैंक, ट्यूबवेल बनाने के साथ ही 45 किमी पाइप बिछानी थी।
ग्रामीणों का कहना है कि ओवर हेड टैंक व नलकूप तो बन गए, लेकिन अभी भी आधा दर्जन टोलों में पाइप लाइन नहीं बिछाई गई है। परियोजना को पूर्ण किए बिना ही 31 मार्च 2014 को तत्कालीन ग्राम प्रधान सत्यनारायण निषाद को हैंडओवर कर दिया गया। उस समय ग्रामीणों ने विरोध भी किया था, लेकिन बात अनसुनी कर दी गई थी। जलजनित बीमारियों से हर वर्ष यहां मौतें होती हैं। वर्ष 2019 में मैनपुर में आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को समस्या से जुड़ा ज्ञापन भी सौंपा गया था। 950 किलोलीटर का बना ओवरहेड टैंक शोपीस बना हुआ है।
कहते हैं ग्रामीण
आठ वर्ष बाद भी परियोजना पूर्ण न होने से ग्रामीणों को शुद्ध जल मुहैया नहीं कराया जा सका। विभागीय अधिकारी शिकायत का संज्ञान नहीं ले रहे हैं।
सतीश शर्मा
मुसहर बाहुल्य गांवों का विकास योगी आदित्यनाथ की सरकार की प्राथमिकता में है। वहीं कुड़वा दिलीपनगर मुसहर बाहुल्य होने के बाद भी उपेक्षित पड़ा है।
संदीप सिंह
पूर्व प्रधान के समय जब परियोजना सुपुर्द हुई थी तो पाइप लाइन का काम अधूरा था। अनेक कुनबों तक पानी नहीं पहुंचा था। इसकी शिकायत की गई थी। लखनऊ से आई टीम ने निरीक्षण कर नई पाइपलाइन बिछाने का सुझाव शासन को दिया है, जिसे मंजूर कर लिया गया है। अभी कार्य शुरू नही हो पाया है।
शंभु कुशवाहा, ग्राम प्रधान