ज्योतिष व शिक्षा के सशक्त हस्ताक्षर थे पं.बागीश्वरी
ज्योतिष मनीषी बागीश्वरी न सिर्फ विश्व प्रसिद्ध रावण संहिता के ज्ञाता थे अपितु इस अति पिछड़े क्षेत्र में गरीबों के लिए शिक्षा की अलख जगा समाज को नई दिशा दी।
कुशीनगर : ज्योतिष मनीषी बागीश्वरी न सिर्फ विश्व प्रसिद्ध रावण संहिता के ज्ञाता थे, अपितु इस अति पिछड़े क्षेत्र में गरीबों के लिए शिक्षा की अलख जगा समाज को नई दिशा दी। वे ज्योतिष व शिक्षा के सशक्त हस्ताक्षर थे। यह बातें बुधवार को श्री अन्नपूर्णा इंटरमीडिएट कालेज परिसर में रावण संहिता के विशेषज्ञ रहे बागीश्वरी पाठक के 16 वें स्मृति दिवस समारोह में अवकाश प्राप्त शिक्षक पं. नरेंद्र मिश्र ने कही। कहा कि ऐसे व्यक्तित्व के पद चिन्हों का अनुसरण कर आम आदमी भी सफलता प्राप्त कर सकता है। उन्होने इंटर कालेज की स्थापना कर शिक्षा को सामाजिक सरोकार से जोड़ने का जो प्रयास किया था। पं. कामाख्या प्रकाश पाठक ने कहा कि वे ज्योतिष के मूर्धन्य होने के साथ-साथ एक सच्चे समाजसेवी थे। इसके पूर्व अतिथियों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धाजंलि अíपत की। लोक गायक व शिक्षक मैतुल मस्ताना स्वागत गीत तथा छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। प्रधानाचार्य डॉ. एसपी पाठक, आदित्य विशाल, डा. प्रमोद त्रिपाठी, कोमल गुप्त, नरेंद्र मिश्र, मुरारी लाल श्रीवास्तव, सितेंद्र मिश्र, शंभू मिश्र आदि मौजूद रहे।