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स्मार्टफोन की जगह दुर्गा सप्तशती का पाठ

बिदास लाइफ स्टाइल मॉडर्न ख्याल व स्मॉर्टफोन से दूर युवा वर्ग दुर्गा सप्तशती का पाठ करता दिख रहा। नवरात्र में उनकी लाइफ स्टाइल बदल गई है। अमूमन देखा जाता है कि युवा पूजा-पाठ से दूर ही रहते हैं। 21 वीं सदी के युवा हर क्षेत्र में स्मार्ट हैं। चाहे करियर हो या अध्यात्म। नवरात्र शुरू होने के साथ ही स्मॉर्ट फोन से चिपके रहने वाले बहुसुख्य युवक व युवतियां पढ़ाई नौकरी के साथ-साथ मां की अराधना में जुटे हुए हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 08 Oct 2019 12:03 AM (IST)Updated: Tue, 08 Oct 2019 12:03 AM (IST)
स्मार्टफोन की जगह दुर्गा सप्तशती का पाठ
स्मार्टफोन की जगह दुर्गा सप्तशती का पाठ

कुशीनगर : बिदास लाइफ स्टाइल, मॉडर्न ख्याल व स्मॉर्टफोन से दूर युवा वर्ग दुर्गा सप्तशती का पाठ करता दिख रहा। नवरात्र में उनकी लाइफ स्टाइल बदल गई है। अमूमन देखा जाता है कि युवा पूजा-पाठ से दूर ही रहते हैं। 21 वीं सदी के युवा हर क्षेत्र में स्मार्ट हैं। चाहे करियर हो या अध्यात्म। नवरात्र शुरू होने के साथ ही स्मॉर्ट फोन से चिपके रहने वाले बहुसुख्य युवक व युवतियां पढ़ाई, नौकरी के साथ-साथ मां की अराधना में जुटे हुए हैं।

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युवाओं का देसी स्टाइल

-जींस पैंट, शॉर्ट शर्ट, स्टाइलिश हेयर, चमकदार जूते व कलाई पर ब्रांडेड घड़ी में युवाओं की दिलचस्पी रहती है। नवरात्र में उनके पहनावे का स्टाइल पूरी तरह देसी हो गया है। युवक कुर्ता-पाजामा तो युवतियां सलवार शूट पहन रही हैं। मुकेश कहते हैं कि भारतीय संस्कृति दिल में बसती है। जितना लगाव आधुनिकता से है, उतना ही आध्यात्म से भी है।

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बदल गई है दिनचर्या

-आमतौर पर सुबह देर से जगने वाले युवा बदले-बदले नजर आ रहे हैं। लॉ की पढ़ाई कर रही आशा कहती हैं कि दुर्गा पूजा पर घर का माहौल बदल जाता है। सप्तशती के पाठ के लिए सुबह पांच बजे जग जाते हैं। बीएड की पढ़ाई कर रहे लक्ष्मीकांत शुक्ल ने कहा कि नवरात्र में रूटीन बदल गया है। सुबह से लेकर रात तक हर पल ऊर्जा महसूस हो रही है।

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क्या कहते हैं युवा

-रंजना गुप्ता कहती हैं कि हमारा संयुक्त परिवार है। पहले चाचा नवरात्र व्रत रखते थे और दुर्गा सप्तशती का पाठ करते थे। उनके निधन के बाद मुझे व्रत करने की प्रेरणा मिली। पिछले साल से नौ दिनों का व्रत करती हूं।

-रेनू शर्मा ने कहा कि माता-पिता से नवरात्र की प्रेरणा मिली। वर्ष 2009 से नवरात्र में नौ दिनों तक व्रत रखती हूं। मां दुर्गा की मुझ पर असीम कृपा है। व्रत व पाठ करने के बाद मन को बेहद शांति मिलती है।

-राजकुमार सिंह कहते हैं कि मैं मां की प्रेरणा से व्रत व सप्तशती का पाठ करता हूं, इससे ऊर्जा का संचार होता है। व्रत रखने से तन व मन की शुद्धि हो जाती है। सब इंस्पेक्टर की नौकरी में भी नौ दिन व्रत रखता हूं।

-विशाल विश्वकर्मा कहते हैं कि नवरात्र में व्रत रखने व मां की आराधना से शक्ति मिलती है। सुबह तीन बजे से तैयारियां करने के बाद पूजा पर बैठ जाते हैं। सप्तशती का एक से 13 अध्याय का प्रतिदिन पाठ करता हूं।


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