जच्चा-बच्चा केंद्र बदहाल, स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित लोग
कुशीनगर गांवों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए केंद्र व प्रदेश की सरकारें लग
कुशीनगर: गांवों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए केंद्र व प्रदेश की सरकारें लगातार प्रयासरत है, लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी लोगों पर भारी पड़ रही है।
रामकोला विकास खंड के गांव परवरपार में 30 वर्ष पूर्व बने जच्चा-बच्चा केंद्र का भवन खंडहर में तब्दील हो गया है। उसमें लगे जंगले और फाटक टूट गए हैं। झाड़-झंखाड़ से पूरा परिसर पटा है है। इसके चलते केंद्र पर तैनात एएनएम को गर्भवती महिलाओं का इलाज व बच्चों का टीकाकरण गांव के प्राथमिक विद्यालय में करना पड़ता है। भवन में रहने लायक न होने से एएनएम रात्रि निवास नहीं करती हैं। जरूरत पड़ने पर गर्भवती महिलाओं को इलाज य प्रसव के लिए स्वजन को ब्लाक मुख्यालय या अन्य चिकित्सालयों में ले जाना जाना पड़ता है। सीएचसी प्रभारी रामकोला डा. एसके विश्वकर्मा ने कहा कि वर्षों पुराना भवन होने के कारण समस्या है। इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी गयी है। बजट मंजूर होते ही मरम्मत कार्य शुरू कराकर स्वास्थ्य सेवा बहाल की जाएगी।