Move to Jagran APP

कुशीनगर में मौत का कुआं बना 'सेप्टिक टैंक', सफाई के दौरान हुए हादसों में पहले भी जा चुकी है पांच की जान

पिछले साल भी पडरौना के आवास विकास कालोनी में दो सफाईकर्मियों समेत तीन की मौत हुई थी। वहीं सलेमगढ़ बाजार में भी लापरवाही के चलते दो लोगों की जान जा चुकी है। बावजूद इसके सावधानी नहीं बरती जा रही है।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandPublished: Mon, 29 May 2023 11:25 AM (IST)Updated: Mon, 29 May 2023 11:25 AM (IST)
कुशीनगर में मौत का कुआं बना 'सेप्टिक टैंक', सफाई के दौरान हुए हादसों में पहले भी जा चुकी है पांच की जान
कुशीनगर में जानलेवा साबित हो रही सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान लापरवाही। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

कुशीनगर, जागरण संवाददाता। सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान बरती जा रही लापरवाही जानलेवा साबित हो रही है। इससे पहले भी जनपद में इस तरह के हादसों में पांच लोगों की जान चुकी है। बीते साल पडरौना नगर के आवास विकास कालोनी में सफाई के दौरान दो सफाईकर्मियों समेत तीन लोगों की मृत्यु हो गई थी। तब प्रशासन की तरफ से हादसे की जांच कराकर जिम्मेदारों के विरुद्ध कार्रवाई की बात कही गई थी। बावजूद लोग सावधानी नहीं बरत रहे।

loksabha election banner

लापरवाही के चलते यहां भी दो लोगों की जान गई

दो जून 2022 को पडरौना नगर के आवास विकास कालोनी फेज तीन निवासी दयाशंकर सिंह ने शौचालय की टंकी साफ कराने के लिए वैक्यूम सक्शन टैंकर (टंकी से शौच साफ करने वाली मशीन) के साथ सफाई कर्मी बुलाए थे। कुछ देर की सफाई के बाद बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के बासी डोकरी गांव के मूल निवासी सफाई कर्मी व सगे भाई रवि व छोटेलाल जो गायत्री नगर के डाक बंगला परिसर में रहते थे टंकी के अंदर उतरे तो काफी देर तक बाहर नहीं निकले। यह देख भवन स्वामी के गांव, कसया का शिवपुर, का ही उनका वाहन चालक टंकी में झांकने गया तो वह भी उसमें गिर पड़ा। यह देख पड़ोस में रहने वाले लोग शोर मचाए। भीड़ जुट गई।

इस हादसे में मकान मालिक के चालक व दोनों सफाईकर्मियों की मृत्यु हो गई थी। इसी तरह 11 अगस्त 2021 को सलेमगढ़ बाजार निवासी दीपक जायसवाल सेफ्टी टैंक की मशीन से सफाई करा रहे थे। टंकी में डाली गई मशीन से जुड़ी पाईप में कुछ फंस गया। पाईप ठीक करने के लिए मशीन चला रहा कामगार पुरानी बाजार, सलेमगढ निवासी 22 वर्षीय प्रेम प्रसाद टंकी में उतरा और अचानक अचेत हो गया।

यह देख दीपक के छोटे भाई 25 वर्षीय आलोक जायसवाल उसे बचाने टंकी में घुसे तो वह भी अचेत हो गए। वहां मौजूद दीपक के तीसरे भाई 20 वर्षीय अतुल जायसवाल भी उन्हें निकालने के लिए टंकी में उतर गए। टंकी में उतरते ही वह भी बेहोश हो गए। तीनों को नजदीक के सरकारी अस्पताल ले जाया गया था, जहां डाक्टरों ने प्रेम प्रसाद व अतुल जायसवाल को मृत बताया था। आलोक को जिला अस्पताल के बाद मेडिकल कालेज भेजा गया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.