कुशीनगर में बड़ा हादसा, सेप्टिक टैंक में गिरने से पिता-पुत्र समेत चार की; कड़ी मशक्कत के बाद निकाले गए शव
कुशीनगर जिले में एक पल में चार लोगों की मौत से पूरे इलाके में मातम पसरा है। मौके पर परिवार की चीख-पुकार से लोगों का कलेजा फटा जा रहा है। घटना शौचालय की टंकी साफ करने के दौरान हुई।
नेबुआ नौरंगिया (कुशीनगर), जागरण संवाददाता। सेप्टिक टैंक से निकलने वाली जहरीली गैस के चलते पिता-पुत्र, भाई-भतीजा समेत पांच लोग अचेत होकर शौचालय की टंकी में गिर पड़े। चार की मृत्यु हो गई जबकि एक को अस्पताल में भर्ती कराया गया। हादसा रविवार की सुबह नेबुआ नौरंगिया के बहरो रामनगर गांव में हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दु:ख जताते हुए परिवार को हर संभव सहायता देने के निर्देश दिए हैं। डीएम ने मृतक आश्रितों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। खपरदिक्का टोला के नंदलाल उर्फ नंदू कुशवाहा के बेटे नितेश की 11 जून को शादी तय थी। तैयारी के क्रम में रविवार को घर के सेप्टिक टैंक की सफाई होनी थी।
मजदूरों के आने से पहले नंदू खुद ही टंकी का ढक्कन हटाने लगे। अचानक टैंक से निकली जहरीली गैस (मीथेन) ने नंदू को बेसुध कर दिया और वह गश खाकर उसमें गिर पड़े। आवाज सुनकर उनके 25 वर्षीय बेटे नितेश के अलावा बगल में रहने वाले नंदू के 45 वर्षीय भाई दिनेश, उनका 24 वर्षीय बेटा आनंद और 20 वर्षीय भतीजा राजकुमार घर पहुंचे और नंदू को बाहर निकालने में जुट गए। गैस का प्रभाव इतना तेज था कि वह चारों भी बेहोश होकर टैंक में गिर पड़े।
गांव में इसकी खबर फैलते ही भीड़ जुट गई और मशक्कत के बाद सभी को बाहर निकाला गया। पुलिस की मदद से उन्हें सीएचसी कोटवा बाजार ले जाया गया, जहां नंदू उनके बेटे नितेश, भाई दिनेश और भतीजे आनंद को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। राजकुमार को सांस लेने में तकलीफ होने पर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। शादी की तैयारियों के बीच हुए हादसे से परिवार में मातम छा गया। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुरेश पटारिया ने बताया कि जहरीली गैस के चलते दम घुटने से सभी की मृत्यु हुई है।
घटना पर मुख्यमंत्री ने जताया शोक
सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान दम घुटने से चार लोगों की मौत की घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दु:ख जताया है। उन्होंने जिला प्रशासन को घायल का प्राथमिकता के आधार पर उपचार सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं।