कारगर है मोदी का वचन, बुजुर्गों की सेवा का मिलेगा आशीर्वाद
नागरिकों ने इसे न सिर्फ सुनी बल्कि व्यवहारिक जीवन में अमल में ला रहे हैं।
कुशीनगर : मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडाउन पार्ट-टू की घोषणा के साथ ही देशवासियों से सात वचन भी मांगे। इसे सप्तपदी की संज्ञा दी। नागरिकों ने इसे न सिर्फ सुनी बल्कि व्यवहारिक जीवन में अमल में ला रहे हैं। प्रधानमंत्री ने हर रोज इसका अनुपालन करने की नसीहत दी। घर के बुजुर्गों की देखभाल, घर हो या बाहर फिजिकल डिस्टेंसिग का अनुपालन, मास्क लगाने, गरीब परिवारों की मदद करने, आरोग्य सेतु मोबाइल एप मोबाइल में डाउनलोड कर कोरोना अपडेट से अवगत होने का मंत्र दिया।
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पडरौना: तिलक नगर निवासी अरविद तिवारी अपनी 70 वर्षीय मां हीरामुन्नी तिवारी की सेवा से नहीं चूकते हैं। पिता जी परलोक सिधार जाने के बाद से ही हर पल मां पर उनकी नजर रहती है। मां को कब दवा देना है, कब उन्हें चिकित्सक के वहां ले जाना है। कब बीपी व शुगर की जांच करानी है। कैलेंडर पर समय सारिणी बनाकर समर्पित रहते हैं। कहते हैं प्रधानमंत्री की बातों को सुनने के बाद पत्नी, बेटा प्रियांशु तिवारी व बेटी साक्षी तिवारी ने कहा कि अब हर पल उनका ध्यान दिया जाएगा।
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पडरौना: छावनी निवासी ललित प्रभा उर्फ वर्षा अपने 65 वर्षीय बुजुर्ग मां प्रभावती देवी के साथ ही रहती हैं। स्कूल बंद होने व एक साथ घर रहने से नियमित सेवा व देखभाल का इन्हें भरपूर अवसर मिला है। उन्हें दवा खिलाने, कंघी करने, उनके इच्छानुसार उन्हें नाश्ता, भोजन व मौसमी फल खिलाने में तत्पर रहती हैं। कहती हैं बेटी पलक भी नानी की सेवा में आगे-पीछे लगी रहती। ललित कहती हैं मां की सेवा में जन्नत है।
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पनियहवा: पूर्व माध्यमिक विद्यालय भीमनगर के प्रधानाध्यापक व छितौनी निवासी रविद्र यादव बीमार 85 वर्षीय पिता विश्वनाथ यादव को दवा देने में समय का बहुत ध्यान देते हैं। कहते हैं कि उनका पूरा ध्यान दिया जाता है, लेकिन अब समय- समय पर नियमित रूप से दवा के लिए परिवार के लोगों को जिम्मेदारी दी जाएगी। शुगर, बीपी की समय-समय पर जांच के साथ खानपान पर भी विशेष ध्यान देंगे। छितौनी के ही अखिलेश कुमार अपने 90 वर्षीय दादा के पैर में दवा लगाकर वचन निभाया।
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कसया: देवपोखर निवासी अमन त्रिपाठी बीटेक तृतीय वर्ष के छात्र हैं। लाकडाउन से पूर्व दिल्ली से वह घर आए तो अपनी दादी 80 वर्षीय सावित्री देवी की सेवा में मनोयोग से जुट गए। बीमार दादी का नियमित रूप से शुगर, बीपी चेक करवाने के साथ ही खुद उनका नेबुलाइज करते हैं। उनके खाने-पीने का विशेष ध्यान देते हैं। दादी को अब बाजार से रोज अलग-अलग फल लाकर देंगे।
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बरतें खास सावधानी
-रिसर्च में यह बात साफ हो चुकी है कि कोरोना वायरस से 60 से 75 वर्ष की उम्र के लोगों को ज्यादा खतरा रहता है। इससे ऊपर के लोगों को बहुत ज्यादा खतरा रहता है। डा: संदीप अरुण श्रीवास्तव कहते हैं बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है, क्यों कि इस उम्र में रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है और ब्लड प्रेशर, शुगर जैसी बीमारियां भी हो जाती हैं।
-घर के सदस्य यदि बाहर जा रहे हैं तो घर आने पर बुजुर्गों से विशेष दूरी बनाकर रखें।
-बीपी, शुगर आदि की दवा नियमित लेते रहें।
-धूप लें, योग, प्रणायाम, व्यायाम नियमित रूप से करते रहें।
-गर्म पानी पीएं, दूध में हल्दी डालकर सेवन करें।
-गर्म पानी का भाप भी लाभदायक साबित होगा।
-बार-बार साबुन से हाथ धोते रहें।
-घर पर लक्ष्मण रेखा खींच लें, बाहर बिल्कुल न निकलें।
-खासतें, छींकते वक्त मुंह पर रुमाल रख लें।