विद्युत संचालित ट्रेन से सफर शीघ्र : सीआरएस
कुशीनगर: गोरखपुर-नरकटिया रेल खंड पर गोरखपुर कैंट से कप्तानगंज तक विद्युतीकरण कार्य पहले चरण में पूर्
कुशीनगर: गोरखपुर-नरकटिया रेल खंड पर गोरखपुर कैंट से कप्तानगंज तक विद्युतीकरण कार्य पहले चरण में पूर्ण हो गया था। दूसरे चरण में कप्तानगंज से वाल्मिकी नगर तक हो चुके 53 किमी विद्युतीकरण कार्य का बुधवार को सीआरएस एके जैन ने निरीक्षण किया। साथ ही कप्तानगंज जंक्शन परिसर में बने विद्युत डिपो सहित रेल कर्मियों के लिए बने आवास में पूजन कर सीआरएस ने लोकार्पण किया। सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो जनवरी 2019 में इस रूट के यात्रियों का विद्युत संचालित ट्रेन में सफर का सपना पूरा हो जाएगा। स्पेशल ट्रेन से अधिकारियों के साथ सुबह 10 बजे सीआरएस जैन कप्तानगंज रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। पूजन के बाद विद्युतीकरण कार्य का बारीकी से निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया। गोरखपुर-नरकटिया रेल खंड पर कैंट से वाल्मीकि नगर तक 87 किमी विद्युत रेल पथ का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। प्रदूषण रोकने और रेल यात्रा को सुगम बनाने के लिए गोरखपुर से छपरा जंक्शन तक दो सौ किमी विद्युतीकरण कार्य के लिए रेल मंत्रालय द्वारा सौ करोड़ की स्वीकृति दी गई है। पहले चरण में कैंट से कप्तानगंज तक 38 करोड़ खर्च कर कार्य पूर्ण होने के बाद 30 मार्च को सीआरएस द्वारा निरीक्षण कर रिपोर्ट रेल मंत्रालय को भेजा गया था। रेल संरक्षा आयुक्त जैन ने कहा कि रेल विद्युत पथ में 25 केवीए की आपूर्ति रहेगी। यात्रियों व कर्मचारियों को विद्युत उपकरणों से बचाने के उपायों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत रहेगी। डिपो में रखे उपकरणों का बीमा कराने का भी उन्होंने सुझाव दिया। कहा कि क्रा¨सग व प्लेटफार्म पर उंची-नीची भूमि को समतल कर विद्युत तार की आवश्यक ऊंचाई बनाई रखी जाए। इस दौरान डीआरएम एलके झा, सहायक सुरक्षा आयुक्त नौशाद अली खां, चीफ प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुधांशु दूबे, मुख्य विद्युत इंजीनियर बेचू राय, चीफ इंजीनियर इलेक्ट्रिक अजीत कुमार, एलआईयू श्यामनारायण ¨सह, आरपीएफ के पडरौना चौकी इंचार्ज अजीत कुमार राजभर, एसआई सुरेशचंद्र पाण्डेय आदि उपस्थित रहे।
----
सभासद प्रतिनिधि ने डीआरएम को सौंपा पत्रक
कप्तानगंज: सीआरएस एके जैन के साथ निरीक्षण करने आए डीआरएम एलके झा को सभासद प्रतिनिधि रमेश जायसवाल ने पत्रक सौंप कप्तानगंज स्टेशन के कर्मियों पर मनमानी करने व यात्री सुविधाओं के न होने की शिकायत की। कहा कि बिना वजह के पैसेंजर व एक्सप्रेस ट्रेनों को प्लेटफार्म नंबर तीन पर खड़ा किया जाता है। वहां शेड की सुविधा न होने और लगेज लेकर सीढ़ी चढ़ प्लेटफार्म नंबर एक पर आना काफी कठिन हो जाता है। गेट नंबर 17 ए पर कुछ माह पूर्व बनाई गई सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई है। सहायक महाप्रबंधक झा ने कहा कि पत्रक के माध्यम से की गई शिकायतों की जांच करा कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। स्टेशन पर यात्री सुविधाओं को बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा।
----
संपादित-मुन्ना ¨सह।