कुशीनगर में खड्डा कस्बे को हरा-भरा रखने का उठाया बीड़ा
कुशीनगर में पर्यावरण संरक्षण को लेकर युवाओं ने पौधरोपण के लिए हरियाली ग्रुप का गठन किया है।
कुशीनगर: प्रदूषण के बीच असंतुलित हो रहे पर्यावरण संरक्षण के लिए खड्डा के युवाओं की टीम ने हरियाली ग्रुप का गठन कर कस्बे को हरा भरा रखने का बीड़ा उठाया है। इनकी ओर से उपनगर की प्रमुख सड़कों, सार्वजनिक भूमि, पोखरों, लोगों के दरवाजे पर पांच वर्षों में 586 पौधे लगाए गए हैं। ग्रुप के सदस्य पौधों की खुद देखभाल करते हैं। पौधे अब पेड़ का रूप ले रहे हैं।
वर्ष 2016 में हरियाली ग्रुप का गठन कर अध्यक्ष नत्थू शर्मा, महामंत्री सोनू जायसवाल, प्रिस मद्धेशिया, गणेश मोदनवाल, गोविद गुप्ता, आदर्श अग्रवाल, संदीप रौनियार, दीपक मिश्र, भूपेंद्र पांडेय आदि ने पौधरोपण अभियान शुरू किया था। हर साल जून, जुलाई, अगस्त व सितंबर में ग्रुप की ओर से पौधारोपण किया जाता है। इनके प्रयास का ही नतीजा है कि कस्बे के प्रमुख मार्गों के किनारे लगाए गए पौधे अब लोगों को छाया देने लगे हैं। पौधारोपण का खर्च ग्रुप के सदस्य खुद उठाते हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए किए जा रहे इनके प्रयास व प्रकृति से प्रेम को देख अन्य युवा भी प्रेरित हो रहे हैं। वह भी इस अभियान में भागीदारी निभा रहे हैं। इच्छुक लोगों के दरवाजे पर ग्रुप की ओर से फलदार व औषधीय पौधे भी लगाए गए हैं।
समानुपाती गन्ने की खरीद करें चीनी मिलें
कुशीनगर के जिला गन्ना अधिकारी कार्यालय में सीआइसी (केन इम्पलीमेंटशन कमेटी) की बैठक सोमवार की देर शाम हुई। इसमें गन्ना किसानों की समस्याओं पर चर्चा हुई। कई मुद्दों पर निर्णय लिया गया। तय हुआ कि सभी मिल प्रबंधन किसानों से समानुपाती गन्ने की खरीद की जाए। क्रय केंद्रों पर खरीद बेसिक कोटा के अनुसार हो।
अध्यक्षता करते हुए जिला गन्ना अधिकारी वेद प्रकाश सिंह ने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप सभी मिलें समय से गन्ने की पेराई करें और किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान करें। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। घटतौली पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रत्येक कृषक के मोबाइल पर एसएमएस द्वारा मैसेज से पर्ची जाएगी और गन्ने का तौल होगा। चीनी मिलों के केन मैनेजर को निर्देशित किया गया कि एसएमएस (पर्ची) अथवा छाया प्रति लाने वाले किसानों से आइडी प्रूफ जरूर लिया जाए। इसके अलावा किसानों को मिल परिसर में जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने की जिम्मेदारी मिल प्रबंधन की होगी।
चेयरमैन राजू राय के अलावा पांचों चीनी मिलों के जीएम केन, समितियों व परिषदों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, ज्येष्ठ गन्ना अधिकारी व सचिव मौजूद रहे। इस दौरान किसानों की समस्याओं के समाधान का भरोसा दिया गया।