धूमधाम से मनाई गुरु गोविद सिंह की जयंती
कुशीनगर के रामकोला स्थित त्रिवेणी चीनी मिल में गुरु गोविंद सिंह की जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कुशीनगर: रामकोला के त्रिवेणी चीनी मिल परिसर में स्थित गुरुद्वारा में बुधवार को धूमधाम से गुरु गोविद सिंह जी की जयंती मनाई गयी। संतकबीर नगर से आए ज्ञानी शेर सिंह की ओर से गुरुग्रंथ साहिब का पाठ किया गया। ज्ञानी जसपाल सिंह व गोरखपुर से आई मंडली ने शबद कीर्तन किया।
सुबह से ही गुरुद्वारा में उत्सव जैसा माहौल रहा। शबद कीर्तन देर शाम तक चलता रहा। रात में लंगर का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। चीनी मिल के महाप्रबंधक अनिल त्यागी ने कहा कि गुरु गोविद सिंह जी के आदर्श आज भी प्रासंगिक हैं। उनके दिखाए गए मार्ग पर हम सभी को चलने की जरूरत है। कहा कि विपरीत परिस्थिति में भी कैसे जीत हासिल की जाती है, यह गुरु ने कर के दिखाया था। उन्होंने सिख समुदाय के लोगों को सीख दी थी कि संख्या कम होने के बाद भी हौसलों से बुलंदी हासिल की जा सकती है। कारखाना प्रबंधक मानवेंद्र राय, जगदीश चावला, संजय चावला, आनंद मिश्रा, अंजना चड्ढा, कमलराज, शशि नंदा, राजेश नंदा आदि मौजूद रहे।
रामलीला में फुलवारी प्रसंग का हुआ मंचन
सदर विकास खंड के गांव बढ़वलिया बुजुर्ग में जनकपुर के सीतामढ़ी से आए रामलीला मंडली के कलाकारों ने मंगलवार की रात जनकपुर की फूलवारी प्रसंग का सजीव मंचन किया। मुख्य अतिथि राजन तिवारी, विशिष्ट अतिथि दुर्गेश सिंह ने फीता काटकर मंचन का शुभारंभ कराया।
मंचन के क्रम में श्रीराम पूजा के लिए फूल तोड़ने राजा जनक की फूलवारी में जाते हैं, जहां सीताजी से उनकी मुलाकात होती है। बिना बातचीत के ही दोनों लोग एक दूसरे को एकटक देखते हैं। उस समय सीताजी माता पार्वती की पूजा करने जा रही थीं। श्रीराम को देखने के बाद सीताजी ने मन ही मन उनका वरण कर हृदय में बिठा लिया। पूजा के दौरान माता पार्वती ने उन्हें वरदान दे दिया। कलाकारों की सजीव प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया। रामलीला मंडली के व्यवस्थापक सुधीर नागा, आयोजक मंडल के अनिल मणि त्रिपाठी, कन्हैया लाल तिवारी का सराहनीय योगदान रहा।