कुशीनगर में सम्मानित किए गए कोरोना योद्धा
कुशीनगर के कप्तानगंज में आयोजित कार्यक्रम में जरूरतमंदों की मदद करने वालों को दिए गए अंगवस्त्र।
कुशीनगर: कप्तानगंज नगर पंचायत सभागार में सम्मान समारोह का आयोजन हुआ, जहां एडीएम विध्यवासिनी राय व सीएमओ एनपी गुप्ता ने कोरोना काल में खुद की जान जोखिम में डालकर दूसरों की मदद करने वाले युवाओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया।
एडीएम ने कहा कि संक्रमण काल के दौरान तमाम स्वयं सेवी संस्थाएं, युवाओं के समूह तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढ़ कर अपनी जिम्मेदारी निभाई थी। सभी के सहयोग से ही इस संकट से लोगों का बचाव हुआ। कप्तानगंज में भी युवाओं ने बेहतर काम किया। जरूरतमंदों को भोजन, पानी तथा अन्य जरूरी सामान मुहैया कराया। यह निश्चित ही सराहनीय व प्रशंसनीय है। सीएमओ ने कहा कि कोरोना की वैक्सीन जल्द ही लोगों तक पहुंचेगी। फिर भी सजगता बहुत जरूरी है। समारोह को पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष विजय खेतान, बैजनाथ, राजेश वर्मा आदि ने भी संबोधित किया। संचालन विपिन मद्धेशिया ने किया।
अधिकारियों ने शशांक वर्मा, भोला यादव, राम रतन वर्मा, हरिश्चंद वर्मा, अमरनाथ वर्मा, रविन्द्र, शालू जायसवाल, चंदन जायसवाल, आदित्य मोदनवाल, चंदन मोदनवाल, मिटू रौनियार, शेषनाथ, जय किशोर, विक्की आदि को सम्मानित किया।
औषधीय वनस्पतियों से आच्छादित होगा चिकित्सालय
शासन के निर्देश पर अंतरराष्ट्रीय पर्यटक केंद्र कुशीनगर स्थित राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय को औषधीय वनस्पतियों से आच्छादित किया जाएगा। इसके लिए बजट भी अवमुक्त हो गया है। इसका उद्देश्य आयुर्वेदिक औषधियों की महत्ता का प्रचार-प्रसार करने के साथ-साथ आमजन को इसके लिए जागरूक करना है।
राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय कुशीनगर के पास 76 डिस्मिल भूमि है। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. संतराम मौर्य ने बताया कि इसमें अश्वगंधा, सतावरी, अडूसा, कंटकारी, अर्जुन, तुलसी, नीम, अशोक, गिलोय, एरंड आदि औषधीय पौधों का रोपण किया जाएगा। इन पौधों से बनने वाली दवाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता वृद्धि, रक्तचाप, स्नायु तंत्र, सांस,खांसी, दमा, हृदय रोगों, त्वचा, महिलाओं की माहवारी, पाचन आदि में गुणकारी हैं।
क्षेत्रीय आयुर्वेदिक व यूनानी अधिकारी डा. सुरेंद्र राय ने कहा कि शासन के निर्देश पर राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय कुशीनगर परिसर में औषधीय पौधों का रोपण किया जाएगा। इसके लिए बीस हजार रुपए बजट भी अवमुक्त हो गया है।