कुशीनगर में हेरिटेज वाक जोन का निर्माण प्रारंभ
कुशीनगर में कुकुत्था घाट से हिरण्यवती नदी तक बनेगा वाक जोन भगवान बुद्ध से जुड़े स्थलों का पर्यटक कर सकेंगे दर्शन।
कुशीनगर : अंतरराष्ट्रीय पर्यटक केंद्र कुशीनगर और भगवान बुद्ध से जुड़े क्षेत्र के अन्य महत्वपूर्ण स्थलों के बारे में पर्यटकों को पूर्ण व प्रामाणिक जानकारी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से हेरिटेज वाक जोन का निर्माण कार्य बुधवार को मल्लूडीह घाघी नदी ( कुकुत्था घाट) से प्रारंभ हुआ ।
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पूर्ण बोरा ने इसका निरीक्षण किया। लगभग 15 किलोमीटर यह मार्ग पुरैना घाट होते हुए कुशीनगर में हिरण्यवती नदी तक जाएगा। इसका विकास कुशीनगर टेंपल एरिया मैनेजमेंट कमेटी द्वारा किया जा रहा है। पर्यटक कुकुत्था घाट से यात्रा शुरू करेंगे और पुरैना घाट पहुंचेंगे। वहां से कुशीनगर हिरण्यवती नदी तट तक आएंगे।
यहां से कुशीनगर स्थित विभिन्न प्राचीन और अर्वाचीन बुद्ध मंदिर का दर्शन कर सकेंगे। कुकुत्था नदी पार कर भगवान बुद्ध ने अपने निर्वाण के लिए कुशीनगर की ओर प्रस्थान किया था। पुरैना घाट में कुकुत्था नदी, हिरण्यवती नदी और खनुआ नाला मिलन स्थल त्रिमुहानी घाट पर भगवान बुद्ध ने स्नान किया था। वहां से चलकर बुद्ध हिरण्यवती पार कर कुशीनगर पहुंचे थे। कहा जाता है कि बुद्ध ने हिरण्यवती नदी का अंतिम बार जल पीया था।
निरीक्षण के दौरान कसाडा लिपिक आशीष दूबे, राजस्व निरीक्षक राधेश्याम सिंह, प्रधान महातम यादव, विपिनचन्द्र यादव, कमला चौहान, जगदीश चौहान आदि उपस्थित रहे।
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पूर्ण बोरा ने कहा कि
हेरिटेज वाक जोन का उद्देश्य पर्यटकों को कुशीनगर और आसपास के बुद्ध से संबंधित स्थलों के बारे में पूर्ण व प्रामाणिक जानकारी उपलब्ध कराना है। इससे पर्यटकों का कुशीनगर में ठहराव बढेगा तो पर्यटन व्यवसाय में वृद्धि होगी। लोगों को रोजगार भी मिलेगा। यह कार्य टेम्पल एरिया मैनेजमेंट द्वारा कराया जाएगा ।