मानवाधिकार का उल्लंघन दुनिया के लिए चिता का विषय
कैदी की हत्या यौन उत्पीड़न अत्याचार यातना पर लगे रोक -पीड़ितों की मदद करने में कारगर होगा मानवाधिकार कानून
कुशीनगर : अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मंगलवार को जिलेभर में मना। गोष्ठी आयोजित कर संविधान प्रदत्त अधिकारों पर चर्चा की गई। घट रहे अधिकारों को लेकर शिक्षाविदों ने चिता जाहिर की। कानून को प्रभावी ढंग से अमल में लाने की मांग करते हुए प्रावधानों को अक्षरश: लागू करने पर जोर दिया।
हाटा कार्यालय के अनुसार राजकीय महाविद्यालय ढाढ़ा में महाविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के प्रो. दुर्गेश त्रिपाठी ने कहा कि वैश्वीकरण के दौर में मानवाधिकारों का उलंघन देश व दुनिया के लिए चिता का विषय है। डा. अभिषेक मिश्र ने कहा पुलिस हिरासत में कैदी की हत्या, यौन उत्पीड़न, अत्याचार, यातना जैसी खबरें रोज सुनने को मिल रही हैं। अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य डा. उषा किरण शर्मा ने की तथा संचालन डा. अभिषेक मिश्र ने किया।
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कर्तव्य पालन ही सही मानवाधिकार
भुजौली बाजार : राष्ट्रीय इंटर कालेज भुजवली प्रमुख में आयोजित गोष्ठी में प्रभारी सचिव व सिविल जज सीनियर डिवीजन शैलेश पांडेय ने कहा मानवाधिकार का सही अर्थ अपना कर्तव्य पालन है। राजेश मणि ने अपने अधिकार को समझने पर जोर दिया। प्रधानाचार्य शैलेन्द्र दत्त शुक्ल, अश्विनी कुमार पांडेय, रामनरेश तिवारी, प्राचार्य डा. सुनील पांडेय, संजय पांडेय, डा. देवेंद्र मणि त्रिपाठी ने संबोधित किया।
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जागरूकता के लिए शिक्षा जरूरी
रामकोला, कुशीनगर : शिव दुलारी देवी दलडपट शाही महिला महाविद्यालय अहिरौली कुसम्ही में मानवाधिकार और महिलाएं विषयक गोष्ठी में छात्राओं ने तर्क रखा। मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ मनीषा सिंह ने कहा आज अपने अधिकार को पाने के लिए हर किसी को जागरूक होना होगा। छात्राओं को संविधान प्रदत्त मौलिक अधिकारों के प्रति जागरूक किया। वरिष्ठ प्रवक्ता गोविन्द उपाध्याय, अभिषेक शुक्ल आदि मौजूद रहे।