भूमि हस्तांतरण के 16 वर्ष बाद भी नहीं बना अस्पताल
कुशीनगर मोतीचक विकास खंड क्षेत्र के गांव सिकटिया में सरकारी अस्पताल का सपना 16 साल बाद भी
कुशीनगर: मोतीचक विकास खंड क्षेत्र के गांव सिकटिया में सरकारी अस्पताल का सपना 16 साल बाद भी पूरा नहीं हो सका है। स्वास्थ्य विभाग की पहल पर ग्राम पंचायत ने अस्पताल के लिए भूमि स्थानांतरित कर दी, लेकिन निर्माण कार्य अब तक शुरू नहीं हो पाया। गांव के लोगों को इलाज के लिए 10 किमी दूर मोतीचक जाना पड़ता है।
25 हजार से अधिक की आबादी वाले गांव सिकटिया के अगल-बगल के गांव अथरहा, मुडिला हरपुर, दुबौली, लंगड़ी, पिपरा, देवराजपुर, मुहम्मदा जमीन में भी सरकारी अस्पताल की सुविधा नहीं है। क्षेत्र के लोगों की पहल पर सिकटियां में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने को लेकर कवायद शुरू हुई। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव का दौरा कर भूमि चिन्हित की। बात आगे बढ़ी तो वर्ष 2004 में प्रधान ने एक बीघा सरकारी भूमि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के नाम कर दी, पर यह कवायद भूमि स्थानांतरित होने तक ही सिमट कर रह गई। सिकटिया तथा अगल-बगल के गांव के लोगों ने अस्पताल निर्माण को लेकर कई बार सीएमओ को पत्रक सौंपा पर सुनवाई नहीं हुई। इससे क्षेत्र के लोगों को इलाज के लिए 10 किमी दूर मोतीचक या 16 किमी दूर हाटा जाना पड़ता है। कई बार प्रसव पीड़ा झेल रही महिलाओं की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई है।
क्षेत्र के विनय प्रकाश सिंह, शैलेन्द्र सिंह, डा ब्यास मुनि मिश्र, सतेन्दर सिंह, शत्रुघ्न कुमार, राजेश राव, आशुतोष मिश्र, पवन केसरवानी आदि ने शीघ्र अस्पताल निर्माण का कार्य शुरू कराए जाने की मांग की है।