भूख लगी है अंकल, जाम से निकालिए
अंकल यह जाम क्यों लगा है। गाड़ियां रुकी क्यों हैं। प्लीज घर जल्दी पहुंचाइए। भूख लगी है। यह दर्द भरी आवाज गुरुवार को दोपहर बाद लगभग तीन बजे कस्बे के गांधी चौक पर जाम में फंसे स्कूली ब'चों के मुंह से निकल रही थी।
कुशीनगर : अंकल यह जाम क्यों लगा है। गाड़ियां रुकी क्यों हैं। प्लीज घर जल्दी पहुंचाइए। भूख लगी है। यह दर्द भरी आवाज गुरुवार को दोपहर बाद लगभग तीन बजे कस्बे के गांधी चौक पर जाम में फंसे स्कूली बच्चों के मुंह से निकल रही थी। बच्चों के इन सवालों का जवाब बस व टेंपो चालकों के पास नहीं था। यातायात व्यवस्था नियंत्रित करने वाले जिम्मेदारों के पास भी शायद इसका जवाब नहीं होगा।
यूं तो जाम से यहां के लोगों का नाता हो गया है। प्रतिदिन जाम लगता है। राहगीरों के साथ कस्बे के लोग भी दुश्वारी झेलते हैं, लेकिन आज तो हद ही हो गई। दोपहर बाद तीन बजे गांधी चौक पर भीषण जाम लगा। इसी समय विभिन्न विद्यालयों में छुट्टी होने के कारण स्कूली वैन भी जाम में फंस गए। यह स्थिति पांच बजे तक बनी रही। भूखे-प्यासे मासूम बच्चे दो घंटे तक फंसे रहे। दूसरी ओर उनके अभिभावक बच्चों के समय से घर नहीं पहुंचने पर परेशान रहे। जाम में अनेक मरीज भी फंसे हुए दिखे। इस दुश्वारी के लिए अकेले प्रशासन को दोषी नहीं ठहराया जा सकता। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अभिषेक कुमार पांडेय ने कहा कि इस समय कुंभ व गोरखपुर में वीआईपी ड्यूटी के कारण पुलिस फोर्स का अभाव है। दूसरी ओर होमगार्डों की हाजिरी जिले पर होने से भी दिक्कत आ रही है। मैने पुलिस अधीक्षक से होमगार्डों की ड्यूटी व हाजिरी संबंधित थाने में कराने का अनुरोध किया है। यह व्यवस्था होते ही समस्या का समाधान हो जाएगा।