गेहूं की बोआई में आ गई तेजी, तत्पर हुआ किसान
रबी की बोआई तेजी पर है। गन्ना गिराने व गेहूं की बोआई में किसानों की दिनचर्या व्यस्त हो गई है। सुबह से लेकर शाम तक किसान भागदौड़ में जुटा है। धान से खाली हुए खेत में गेहूं बोआई तेजी पर है। 15 नवंबर से 30 दिसंबर तक बेहतर माने जाने वाले समय को लेकर किसान तत्पर हैं।
कुशीनगर: रबी की बोआई तेजी पर है। गन्ना गिराने व गेहूं की बोआई में किसानों की दिनचर्या व्यस्त हो गई है। सुबह से लेकर शाम तक किसान भागदौड़ में जुटा है। धान से खाली हुए खेत में गेहूं बोआई तेजी पर है। 15 नवंबर से 30 दिसंबर तक बेहतर माने जाने वाले समय को लेकर किसान तत्पर हैं। कुछ किसानों ने क्रशर पर पेड़ी गन्ना गिराकर भी खेत की तैयारी में जुटे हैं। खाद व बीज को लेकर बेफिक्र किसान खेतीबारी में लगे हैं।
खाद व बीज की दुकानों पर किसानों की जुट रही भीड़ कृषि कार्य में आयी तेजी का पैमाना बन रहा है।
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क्या बोएं किसान
-जिला कृषि अधिकारी प्यारे लाल कहते हैं गेहूं बोआई के लिए 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक का समय सर्वोत्तम माना जाता है। इस बीच बोया गया गेहूं अधिक उपज देता है। मौसम के अनुरूप जिले में एचडी-2967, 3086 गेहूं की वेरायटी किसानों के लिए अच्छी मानी जाती है। गेहूं बोआई के समय डीएपी, यूरिया व एमओपी का संतुलित मिश्रण जमाव व स्वस्थ दाने के लिए जरूरी है।
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-कुशीनगर में रबी की बोआई को लेकर सजग विभाग ने एक पखवारे पूर्व से तैयारी कर रखी है। जिले में डीएपी, यूरिया व एमओपी का पर्याप्त स्टाक है। मांग के हिसाब से किसानों को खाद मुहैया कराया जा रहा है। कहते है अभी तक खाद की कमी की शिकायत कहीं से नहीं मिली है।
-चौधरी अरुण, उप कृषि निदेशक, कृषि, कुशीनगर
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बोआई को लेकर तत्पर हुए किसान
-बंधवा निवासी किसान अशोक मणि कहते हैं रबी की बोआई में तेजी आई है। धान से खाली हुए खेत में गेहूं की बोआई करके निश्चितंता आ गई है।
पडरौना निवासी बच्चा सिंह कहते हैं गेहूं की बोआई दो दिन पूर्व किया हूं। अब पेड़ी गन्ना वाले खेत को खाली करने के बाद गेहूं की बोआई करने की तैयारी है। गुनागर पट्टी के किसान रवींद्र सिंह ने कहते हैं जरूरत के हिसाब से खाद, बीज मिल जा रहा है। किल्लत नहीं है। बहोरापुर निवासी विजय प्रताप सिंह ने कहा गेहूं का बीज बाजार के दुकान से लिया था। जमाव अच्छा हो रहा है। धान से खाली हुए खेत में गेहूं बोने के बाद हरियाली दिखने लगी है।