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ईद की तैयारियां पूरी, दूर से ही बोलेंगे मुबारकबाद

सफीउल्लाह राइनी कहते हैं मस्जिद में होने वाला नमाज इस बार घर में ही होगा। एक-दूसरे को दी जाने वाली बधाई बगैर गले मिले ही दी जाएगी। सभी दूर-दूर रहकर मित्रों शुभचितकों व मोमिनों को बोलेंगे ईद मुबारकवाद।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 May 2020 05:23 PM (IST)Updated: Sun, 24 May 2020 05:23 PM (IST)
ईद की तैयारियां पूरी, दूर से ही बोलेंगे मुबारकबाद
ईद की तैयारियां पूरी, दूर से ही बोलेंगे मुबारकबाद

कुशीनगर: पवित्र रमजान माह के अंतिम दिन सोमवार को ईद धूमधाम से मनेगी। कोरोना संक्रमण के कारण लागू लॉकडाउन में मोमिन मस्जिद की बजाय घर में ही नमाज पढ़ेंगे। फिजिकल डिस्टेंसिग के कारण इस बार लोग एक दूजे से गले मिले बगैर ही दूर से ईद मुबारकबाद बोलेंगे। त्योहार को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पखवारे भर से हो रही खरीद रविवार की देर शाम तक भी होती रही।

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खूब हुई लच्छेदार सेवइयों की खरीद

लच्छेदार सेवइयों की मांग परवान पर रही। फेने वाली सेवई, जीरो साइज की सेवई, दूध वाली मीठी सेवई की खरीद खूब हुई। गुदरी बाजार, लाजपत नगर, साहबगंज में एक पखवारे से सेवई की दुकानों पर सेवई खरीदने वालों की भीड़ रही। फेनी सेवई 100 से 150 रुपये किग्रा, लच्छा सेवई 150 से 225 रुपये प्रति किग्रा की दर से बिकी।

कपड़ों की खरीद को लेकर उत्साह

ईद पर नये कपड़े की खरीद को लेकर महिलाओं व बच्चों का उत्साह देखते बन रहा था। सफेद कुर्ता, सफेद टोपी, जालीदार टोपी, चूड़ीदार कुर्ता-पायजामा आकर्षण का केंद्र बना रहा। ईद पर कपड़े की खरीद पखवारे भर से हो रही है।

लॉकडाउन में घर में पढ़ेंगे नमाज

जैद अहमद वारसी कहते हैं जान है तो जहान है। कोरोना संक्रमण से बचाव पहले जरूरी है। लॉकडाउन में मस्जिद की बजाय घर पर ही नमाज पढ़ी जाएगी। तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। स्वास्थ्य विभाग से जारी एडवाइजरी का अनुपालन किया जाएगा।

संक्रमण से बचाव पहले

अनवर हुसैन कहते हैं कोरोना न जाति देखता न पात। यह तो पूरे देश पर संकट है। इबादत तो घर में ही किया जा सकता है। खुद व परिजनों का संक्रमण से पहले बचाव बेहद जरूरी है।

दूर-दूर रहकर पढ़ेंगे नमाज

नबी हसन कहते हैं रमजान के पवित्र माह के अंतिम दिन पड़ने वाला ईद का त्योहार उत्साह से मनाने की तैयारी पूरी हो गई है। घर में ही दूर-दूर रहकर नमाज पढ़ेंगे। औरों से एडवाइजरी का अनुपालन करने का आह्वान किया हूं।

नहीं मिलेंगे गले

सफीउल्लाह राइनी कहते हैं मस्जिद में होने वाला नमाज इस बार घर में ही होगा। एक-दूसरे को दी जाने वाली बधाई बगैर गले मिले ही दी जाएगी। सभी दूर-दूर रहकर मित्रों, शुभचितकों व मोमिनों को बोलेंगे ईद मुबारकवाद।


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