केंद्रों पर तौल नहीं,धान लेकर भटक रहे किसान
खरीफ विपणन वर्ष 2018-19 की तैयारियों के बावजूद पहली नवंबर से धान खरीद शुरू नहीं हो सकी। पैक्स सचिवों व विपणन विभाग के कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण जिले के 70 क्रय केंद्रों में से अभी तक एक भी क्रय केंद्र के ताले नहीं खुले। हालत यह है कि किसान धान बेचने को लेकर परेशान हैं, लेकिन क्रय केंद्रों में ताला बंद होने के कारण वापस लौटना पड़ रहा है।
कुशीनगर: खरीफ विपणन वर्ष 2018-19 की तैयारियों के बावजूद पहली नवंबर से धान खरीद शुरू नहीं हो सकी। पैक्स सचिवों व विपणन विभाग के कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण जिले के 70 क्रय केंद्रों में से अभी तक एक भी क्रय केंद्र के ताले नहीं खुले। हालत यह है कि किसान धान बेचने को लेकर परेशान हैं, लेकिन क्रय केंद्रों में ताला बंद होने के कारण वापस लौटना पड़ रहा है। बोरे व धन की उपलब्धता के बाद 11 दिन बाद एक किग्रा की खरीद नहीं हुई। दूसरी ओर किसानों का कहना है कि इस बार आन लाइन पंजीकरण के साथ तहसील से सत्यापन की व्यवस्था ने सांसत में डाल दिया है।
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क्रय केंद्रों की संख्या घटी
-पिछले सत्र में क्रय केंद्रों की संख्या 73 थी, लेकिन इस बार अभी तक 70 क्रय केंद्र ही बनाए गए हैं।
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बढ़ा समर्थन मूल्य
-पिछले साल की अपेक्षा धान के समर्थन मूल्य में दो सौ रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है। इस बार किसानों को 1750 रुपये प्रति ¨क्वटल की दर से भुगतान होगा। जबकि पिछले साल 1550 रुपये की दर से भुगतान किया गया था। ---
यह है लक्ष्य
-जनपद का कुल लक्ष्य 47300 एमटी
-मार्कें¨टग का 9300
-पीसीएफ-20000
-पीसीयू-3000
-कर्मचारी कल्याण निगम-8000
-एनसीसीएफ-5500
-एफसीआई-1000
-यूपी एग्रो-500
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हड़ताल से प्रभावित धान खरीद: एडीएम
-धान खरीद अधिकारी, एडीएम कृष्ण कुमार तिवारी ने कहा कि धान खरीद सचिवों व विपणन शाखा के कर्मचारियों की हड़ताल से प्रभावित है। इसके कारण अधिकतर क्रय केंद्रों के ताले अभी तक नहीं खुले। दूसरी एजेंसियों के प्रभारियों को क्रय केंद्रों को खोलने के निर्देश दिए गए हैं। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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समय सीमा में कराएं पंजीकरण:डिप्टी आरएमओ
-डिप्टी आरएमओ निश्चल आनन्द ने जिन किसानों का आन लाइन पंजीकरण नहीं हुआ है, वे तत्काल करा लें। बताया कि खरीद के लिए बोरा समेत अन्य तैयारियों पूरी हो गई है। हड़ताल खत्म होते ही खरीद शुरू हो जाएगी।