उत्तराखंड के निवासी श्रमिकों को लेकर दो जून को रवाना होंगी बसें
अपर जिलाधिकारी विन्ध्यवासिनी राय ने बताया कि प्रबंध निदेशक उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम के जारी पत्र के क्रम में मुज्जफरनगर (बस स्टैंड) व बरेली में उत्तराखंड एवं यूपी के श्रमिकों को भेजने एवं लाने के लिए केंद्र बनाया गया है।
कुशीनगर: लॉकडाउन में कुशीनगर में उत्तराखंड के फंसे श्रमिकों के लिए खुशखबरी है। उन्हें वापस भेजने के लिए सरकार ने सहमति दे दी है। ऐसे लोगों को दो जून को सुबह 10 बजे से पडरौना बस स्टेशन से रोडवेज की बसों से उत्तराखंड भेजा जाएगा।
अपर जिलाधिकारी विन्ध्यवासिनी राय ने बताया कि प्रबंध निदेशक उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम के जारी पत्र के क्रम में मुज्जफरनगर (बस स्टैंड) व बरेली में उत्तराखंड एवं यूपी के श्रमिकों को भेजने एवं लाने के लिए केंद्र बनाया गया है। इन स्थानों पर कुशीनगर से 30 बसें श्रमिकों को लेकर कलेक्शन केंद्र पहुंचेगीं तो उत्तराखंड में रह रहे कुशीनगर के श्रमिकों को लेकर 30 बसें आएंगीं, जहां दोनों प्रदेशों के श्रमिकों की अदला-बदली कर वापस लौट जाएंगी। बताया कि इस सिलसिले में कोविड- 19 के सुरक्षा मानक, फिजिकल डिस्टेसिग, सैनिटाइजेशन आदि का पालन करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने सभी सभी एसडीएम, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद/नगर पंचायतों को निर्देशित किया कि तहसील एवं नगर क्षेत्र में उत्तराखंड के निवासी जो लॉक डाउन में यहां फंसे हैं और अपने निवास स्थान पर जाना चाहते हों तो अपने-अपने तहसील व नगर क्षेत्र में प्रचार कराकर उनका पंजीयन करके उसकी सूची कार्यालय अपर जिलाधिकारी एवं सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक, परिवहन, पडरौना डिपो पडरौना को तीन दिन में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। इसका विशेष ध्यान रखा जाए कि उत्तराखंड निवासी कोई व्यक्ति छूटने न पाएं। बताया कि 18 बसें पडरौना डिपो की और 12 बसें दूसरे डिपो से मांगी गई हैं।