शिक्षकों की कमी, कैसे पूरी हो पढ़ाई
कुशीनगर : सेवरही विकास खंड के ग्राम सभा मठिया श्रीराम में 15 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन पं. द
कुशीनगर : सेवरही विकास खंड के ग्राम सभा मठिया श्रीराम में 15 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय माडल इंटर कालेज पांच वर्षो बाद भी पूर्ण नहीं हो सका है। स्वीकृत धन के सापेक्ष महज महज तीन करोड़ 39 लाख रुपये ही खर्च हो सके हैं। साथ ही पर्याप्त शिक्षकों की तैनाती न होने से अब इस विद्यालय के औचित्य पर सवाल खड़ा होने लगा है।
गांव में साढ़े सात एकड़ जमीन पर वर्ष 2014 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कालेज का शिलान्यास किया था। अब तक के खर्च धनराशि में से भवन बना, लेकिन पुस्तकालय व प्रयोगशाला की स्थापना नहीं हो सकी। 22 कमरे, तीन हाल व निíमत 48 शौचालय प्रयोग लायक नहीं है। लिपिक और मौजूद दो अवैतनिक शिक्षकों ने बताया कि छात्रावास, बाउंड्री, खेलकूद सामग्री नहीं है। 40 पंखे व 17 कुíसयों में 14 कुíसयां चोरी हो गई। चार बार चोरी का मुकदमा भी दर्ज हुआ, मगर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। वर्ष 2018-19 में शिक्षण का कार्य शुरू हो गया। कुल 154 छात्रों का नामांकित हैं।
मौके पर एक दर्जन बच्चे मौजूद मिले। प्रभारी प्रधानाचार्य के रुप में विजय शंकर शुक्ल की तैनाती हुईं है, जिन्हें इसी विकास खंड के ग्राम सभा जंगली पट्टी में खोले गये राजकीय माडल स्कूल का भी अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। स्थाई शिक्षक के रूप में महज एक प्रवक्ता राम स्वरूप गुप्ता व लिपिक अखिलेश चंद मौर्य की तैनाती है। इंटरमीडिएट कालेज बेदूपार से रिटायर शिक्षक जगदीश चौबे व कन्हैया उपाध्याय संविदा पर तैनात हैं।
अवैतनिक शिक्षक राजेश दूबे व बृजकिशोर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। यहां आवागमन की कोई व्यवस्था नहीं है। कालेज के इर्द-गिर्द गन्ने के खेतों, जंगल, श्मशान घाट, नाला होने से वातावरण भयावह है। आसपास के गांव भी दूरी पर है, जिससे अभिभावक अपने पाल्यों को भेजने से परहेज करते है। जिविनि डॉ. उदय प्रकाश मिश्र ने कह कि जितना धन मिला था उतने का निर्माण कार्य हो चुका है, शेष धन आने पर शेष कार्य पूरा होगा। शिक्षकों की स्थायी तैनाती आयोग करेगा। प्राइवेट शिक्षकों की व्यवस्था कराई गई है ताकि पठन-पठान प्रभावित न हो।