एनआरसी, सीएए व एनपीआर के खिलाफ प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन
आरोप लगाया कि आदिवासियों को हिदू बनाने का षडयंत्र रचा जा रहा है।
कुशीनगर: बहुजन मुक्ति मोर्चा के बैनर तले विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने बुधवार को एनआरसी (नेशनल रजिस्टर आफ सिटीजन), सीएए (सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट) व एनपीआर (नेशनल पापुलेशन रजिस्टर) के विरोध में तहसील परिसर में प्रदर्शन कर आक्रोश जताया। राष्ट्रपति को संबोधित दस सूत्रीय मांगों का ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपा।
ज्ञापन के जरिए चुनावों में ईवीएम का प्रयोग न करने की मांग की गई। भारत मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष रवि कुमार यादव ने कहा जाति आधारित अन्य पिछड़ा वर्ग की जनगणना न किया जाए। अधिवक्ता संशोधन अधिनियम 2019 का विरोध करते हुए आरोप लगाया कि आदिवासियों को हिदू बनाने का षडयंत्र रचा जा रहा है। कहा कि सोची समझी चाल के तहत संविधान की पांचवीं व छठी अनसूची को खत्म किया जा रहा है। राष्ट्रीय मूल निवासी महिला संघ की अध्यक्ष किसनावती ने कहा कि सरकार सरकारी कंपनियों को औने-पौने दाम पर बेचकर देश को बर्बादी की राह पर ले जा रही है। मंडल अध्यक्ष सुनैना पासवान, दल सिगार कुशवाहा मंडल अध्यक्ष राष्ट्रीय पिछडा वर्ग मौर्चा, राधेश्याम कुशवाहा, चंद्रभान यादव, शैलेश कुशवाहा, देवनारायण यादव ने भी संबोधित किया। केदार यादव, मुस्तकीम, रामानंद, अमीन, मुन्ना, उत्तमचंद, नगीना प्रसाद, मोहन, महिपाल, राजेंद्र कुमार, नसीब अंसारी, कलावती, रानी भारती, मनोज भारती आदि मौजूद रहे।