अपराध की घटनाओं पर लगाएं लगाम : डीआइजी
कुशीनगर के दौरे पर आए डीआइजी ने कहा कि थाना व नागरिकों के बीच की महत्वपूर्ण कड़ी हैं बीपीओ पुलिस कर्मी पीड़ितों से करें अछा व्यवहार समस्याओ के समाधान के लिए उठाएं त्वरित कदम।
कुशीनगर : डीआइजी रेंज गोरखपुर जे रवींद्र गौड़ ने कहा कि अपराध की घटनाओं पर प्रभावी रोकथाम लगाकर कानून का राज स्थापित कराना शासन की मंशा है और यही पुलिस की ड्यूटी भी है। ऐसे में पुलिसकर्मी अपने दायित्वों के प्रति चौकन्ना रहें। बीट पुलिस अधिकारियों (बीपीओ) पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। सूचना तंत्र मजबूत कर क्षेत्र की गतिविधियों पर नजर रखें। शरारती तत्व व अपराधियों पर शिकंजा कसें, जिससे अपराधियों में भय का माहौल कायम रहे।
वह बुधवार को पुलिस लाइन सभागार में बीट पुलिस अधिकारियों की गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। डीआइजी ने कहा कि बीट पुलिस अधिकारी, थाना व नागरिकों के बीच की महत्वपूर्ण कड़ी हैं। अनिवार्य रूप से हर दिन अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमण कर अधिकाधिक लोगों से संवाद स्थापित करें। संवाद की निरंतरता से क्षेत्र की हर तरह की गतिविधियों की जानकारी मिलेगी। सूचना तंत्र मजबूत होगा। बीपीओ दायित्वों पर खरा उतरने के लिए पूरी सजगता बरतें। अपराध पर प्रभावी रोकथाम के लिए समाज का सहयोग आवश्यक है। जिले व थाने के टापटेन तथा जमानत पाए बदमाशों पर नजर रखें। बेहतर करने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा। हत्या, लूट, दुष्कर्म जैसी घटना होने पर बीपीओ की जवाबदेही तय होगी। लापरवाही उजागर होने पर उन्हें दंडित भी किया जाएगा। एसपी सचिन्द्र पटेल, एएसपी एपी सिंह, सीओ सदर संदीप वर्मा, कसया पियूषकांत राय, तमकुहीराज फूलचंद कन्नौजिया, खड्डा शिवाजी सिंह मौजूद रहे।
समीक्षा बैठक में जाना कानून व्यवस्था का हाल
-डीआइजी ने थानेदारों के साथ बैठक कर कानून व्यवस्था का भी हाल जाना। कहा कि थानेदार बीट पुलिस अधिकारियों से नियमित वार्ता कर उनके कार्यों की जानकारी लें। महिलाओं से संबंधित अपराध में त्वरित कदम उठाएं। महिला से सरल व्यवहार कर उनकी मदद के लिए त्वरित कदम उठाएं। अभियान चलाकर लंबित विवेचनाओं का निस्तारण कराया जाए। छह माह से अधिक समय से लंबित विवेचनाओं की समीक्षा कर पुलिस अधिकारी इसे शीघ्र पूर्ण कराएं। इनाम घोषित तथा टाप टेन अपराधियों की सूची निरंतर अपडेट की जाए। नए अपराधियों को इसमें शामिल करें। हत्या, लूट व दुष्कर्म आदि की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए ठोस कदम उठाएं। अवैध शराब के धंधे पर हर हाल में रोक लगे। शिकायती-पत्रों का प्राथमिकता से निस्तारण कराएं। रात्रि गश्त और भी बढ़ाई जाए। बैठक में पुलिस अधिकारी व थानेदार मौजूद रहे।
सम्मानित किए गए पुलिसकर्मी
मेरी वर्दी मेरी शान अभियान के तहत बेहतर वर्दी पहने एक दर्जन महिला-पुरुष पुलिसकर्मियों को डीआइजी ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। डीआइजी ने पुलिसकर्मियों को उच्च कोटि की वर्दी पहने का आह्वान किया।