एपी बांध व अमवाखास बांध के संवेदनशील स्थानों पर खतरा बरकरार
लगातार हो रही बारिश के चलते तमकुहीराज तहसील क्षेत्र में स्थित 17 किमी लंबे एपी बांध व नौ किमी लंबे अमवाखास बांध संवेदनशील प्वाइंटों पर दबाव बढ़ गया है। अमवाखास बांध के किमी 800 से 8.400 के बीच गांव लक्ष्मीपुर के सामने 100 मीटर की लंबाई में मेन बांध पर दबाव बना हुआ है।
कुशीनगर : लगातार हो रही बारिश के चलते तमकुहीराज तहसील क्षेत्र में स्थित 17 किमी लंबे एपी बांध व नौ किमी लंबे अमवाखास बांध संवेदनशील प्वाइंटों पर दबाव बढ़ गया है। अमवाखास बांध के किमी 800 से 8.400 के बीच गांव लक्ष्मीपुर के सामने 100 मीटर की लंबाई में मेन बांध पर दबाव बना हुआ है।
पूर्व में कटे हिस्से में पोकलैंड व जेसीबी से मिट्टी भर कर ऊपर से ईंट का टुकड़ा डाला जा रहा है, लेकिन स्थिति गंभीर बनी हुई है। यहां एनडीआरएफ टीम मौके पर कैंप कर रही है। बावजूद ग्रामीणों में अभी भी भय व्याप्त है। रविवार को सुबह नदी का डिस्चार्ज 48800 क्यूसेक था। अमवाखास में जल स्तर 75.77 मीटर दर्ज किया गया, यहां खतरे का निशान 79.70 मीटर पर है।
इधर एपी बांध पर जल स्तर 74.90 मीटर दर्ज हुआ और यहां खतरे का निशान 76.20 मीटर पर अंकित है। किमी 1400 से लेकर 14.500 अहिरौलीदान में नदी बांध से सटकर बह रही है। अहिरौलीदान में शिवजी सिंह का घर पानी मे डूब गया है। कमल सिंह, शुकदेव सिह, शंकर सिंह, विक्रम सिंह, ध्रुप सिह का घर नदी के रडार पर है। लोग पक्के मकानों को तोड़कर पलायन कर रहे है। यहां बचाव कार्य की गति सुस्त है। अगर यहां बांध कटा तो चैनपटटी, बीरवट कोन्हवलिया, गौरहा, बांकखास, बाघाचौर, नोनिया पटटी, अहिरौलीदान, फागुछापर, बेदूपार एहमाली व बिहार प्रांत के गोपालगजं जिला के सलेहपुर, कुचायकोट, विश्वभर पुर गांव प्रभावित होंगे।
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-अमवाखास व एपी बांध पर बचाव कार्य युद्ध स्तर पर हो रहा है। सभी संवेदनशील प्वाइंटों पर बचाव कार्य जारी है। बांध पूरी तरह सुरक्षित है।
भरत राम, अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड