बचाव कार्य में लाएं तेजी
निरीक्षण के दौरान अधीनस्थों ने मुख्य अभियंता को बताया कि मौके पर परकूपाइन लगा होने के कारण नदी में काफी सिल्ट जमा हो गया है जिससे सैकडों एकड़ भूमि की मिट्टी रिक्लेम हो गई है। 21 जुलाई को वाल्मीकि नगर बैराज के डाउनस्ट्रीम का डिस्चार्ज अधिकतम हो जाने के कारण ऐसा हुआ।
कुशीनगर: बाढ़ खंड के मुख्य अभियंता लेवल - 1 (पूर्वी) गोरखपुर डॉ. एमके निगम ने शनिवार को नरवाजोत-पिपराघाट मार्ग के किमी 2.300 से किमी 2.700 के बीच चल रहे परियोजना कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने सहायक अभियंता आमोद कुमार सिंह को बचाव कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया।
निरीक्षण के दौरान अधीनस्थों ने मुख्य अभियंता को बताया कि मौके पर परकूपाइन लगा होने के कारण नदी में काफी सिल्ट जमा हो गया है, जिससे सैकडों एकड़ भूमि की मिट्टी रिक्लेम हो गई है। 21 जुलाई को वाल्मीकि नगर बैराज के डाउनस्ट्रीम का डिस्चार्ज अधिकतम हो जाने के कारण ऐसा हुआ। मुख्य अभियंता ने बड़ी गंडक नदी के स्पील द्वारा किमी 0.650 से किमी 1.500 के मध्य कटान व विभाग द्वारा बोल्डर एवं मिट्टी भरी बोरियों से कराए जा रहे बाढ़ बचाव कार्य को भी देखा। अधीक्षण अभियंता केके राय, अधिशासी अभियंता भरत राम, एसडीओ आमोद कुमार सिंह, जेई सुनील सिंह, श्रीराम यादव, जेके सिंह आदि मौजूद रहे।