ब्लैक स्पॉट बने एनएच के अंधे मोड़
नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र में एनएच 28 बी के कई अंधा मोड़ ब्लैक स्पॉट साबित होने लगे हैं। करीब दो वर्षों में इन मोड़ों पर हुई दुर्घटनाओं में दर्जनों जिदगी मौत के आगोश में समा चुकी है। ग्रामीणों का मानना है कि सड़क दुर्घटना का सिलसिला अभिशाप के रूप में स्थापित होने लगा है।
कुशीनगर: नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र में एनएच 28 बी के कई अंधा मोड़ ब्लैक स्पॉट साबित होने लगे हैं। करीब दो वर्षों में इन मोड़ों पर हुई दुर्घटनाओं में दर्जनों जिदगी मौत के आगोश में समा चुकी है। ग्रामीणों का मानना है कि सड़क दुर्घटना का सिलसिला अभिशाप के रूप में स्थापित होने लगा है।
पडरौना-पनियहवा एनएच 28 बी के गोमतीनगर चौराहा, भुजौली शुक्ल, ढोरही फार्म, सूरजनगर-रामकोला मोड़, खजुरिया, लीलाधर छपरा, पिपरा, सरगटिया पुलिया, नौरंगिया आरटीआई चौराहा, कप्तानगंज मोड़, नेबुआ चौराहे के खड्डा-पनियहवा मोड़ और सूरजनगर-मंसाछापर मार्ग पर इनरही मोड़, सूरजनगर-बलकुड़िया मार्ग पर खजुरिया पुलिया, नेबुआ-पकड़ियार मोड़, कोटवा ढोलहां मार्ग पर पुलिया, कोटवा-कोहरगड्डी आदि मार्ग दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र बन चुका है। अगर कारगर उपाय नहीं किए गए तो दुर्घटनाओं का सिलसिला नहीं थमेगा।
जगदीश चंद्र शुक्ल का कहना है कि मार्ग दुर्घटना रोकने के लिए प्रशासन को सख्त होना पड़ेगा। लीलाधर छपरा निवासी श्रीकांत राव कहते हैं कि एनएच पर अंधा मोड़ होने की वजह से सर्वाधिक दुर्घटनाएं हो रही हैं। प्रशासन को इस मार्ग का स्थलीय निरीक्षण कराकर निराकरण करना पड़ेगा। गोमतीनगर चौराहे के दुकानदार छांगुर मद्धेशिया ने कहा कि सड़क हादसों की त्वरित रोकथाम आवश्यक है। वाहन चलाने के लिए गति की सीमा निर्धारित की जाए। गोविद मिश्र का कहना है कि बाइक चलाते समय हेलमेट व चार पहिया सवारों को सीट बेल्ट के इस्तेमाल का कड़ाई से अनुपालन कराया जाए।
यातायात प्रभारी परमहंस यादव ने कहा कि नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र में सड़क दुर्घटनाएं बढ़ी हैं। सर्वाधिक दुर्घटना वाली जगहों को चिह्नित किया जा रहा है। यातायात के नियमों का पालन करने के लिए लोगों को जागरूक भी किया जा रहा। बाइक सवारों को हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। मार्ग दुर्घटना रोकने के लिए आम लोगों को खुद जागरूक होना पड़ेगा।