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सटीक रणनीति और फ्रंट फुट पर खेलने से जीती भाजपा

कुशीनगर में जिला पंचायत चुनाव में सपा ने झोंकी थी पूरी ताकत अब मंथन का दौर शुरू भाजपा की जीत के साथ माननीयों की साख भी थी शामिल।

By JagranEdited By: Published: Sat, 03 Jul 2021 11:42 PM (IST)Updated: Sat, 03 Jul 2021 11:42 PM (IST)
सटीक रणनीति और फ्रंट फुट पर खेलने से जीती भाजपा
सटीक रणनीति और फ्रंट फुट पर खेलने से जीती भाजपा

कुशीनगर: जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर भाजपा और सपा आमने-सामने थे। दोनों दलों ने अपनी रणनीति से चुनावी गेंद अपने पाले में करने की कोशिश की। इसमें सपा पूरी तरह से पीछे रह गई और भाजपा दो तिहाई से से अधिक सदस्यों के बहुमत से चुनाव जीती। चुनाव के रोचक होने की उम्मीद थी कि क्योंकि इन दोनों दलों में से किसी के भी पास दूर-दूर तक बहुमत नहीं था। 61 में से 45 सदस्य निर्दल थे। उनको अपने पाले में करने की जुगत लगानी थी। इसको लेकर भाजपा ने सटीक रणनीति अपनाई तो सदस्यों को अपने पाले में करने के लिए फ्रंट फुट पर शुरू से ही खेलना शुरू कर दिया।

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सपा ने भी पूर्व सांसद बालेश्वर यादव की बेटी रीता यादव को चुनाव मैदान में उतारा। पूर्व सांसद भी बेटी की जीत की राह पक्की करने के लिए बसपा छोड़ सपा में शामिल हो गए। पर, सपा की कोई चाल काम नहीं आई।

फिर से पंचायत चुनाव के माहिर खिलाड़ी निकले प्रदीप

नव निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष सावित्री जायसवाल के पति पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल पंचायत चुनाव के माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं। 2006 में खुद इस पद आसीन हुए तो महिला सीट होने पर पत्नी को 2011 में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी दिलाई। 2918 में विनय प्रकाश गोंड के सिर पर जिला पंचायत अध्यक्ष का ताज सजाने में भी इनकी सबसे महत्वपूर्ण भूमिका रही।

जिपं चुनाव में लोक हारा, तंत्र जीता : ब्रह्माशंकर

प्रदेश में हुए जिला पंचायत चुनाव में भाजपा ने लोक की हत्या कर तंत्र के बल से जीत दर्ज की है। यह शर्मनाक है। समूचा सरकारी तंत्र सत्ताधारी दल के प्रत्याशी को जिताने में लगा हुआ था। हर तरह के अस्त्र का जमकर इस्तेमाल किया गया।

शनिवार को यह बात चुनाव परिणाम आने के बाद पूर्व मंत्री ब्रह्माशंकर त्रिपाठी ने कसया में पत्रकार वार्ता में कहीं। कहा कि लोकतंत्र के लिए यह स्थिति ठीक नहीं है। सरकार ने अफसरशाही का बेजा इस्तेमाल किया है। सपा हमेशा जिला पंचायत अध्यक्ष व क्षेत्र पंचायत प्रमुख के चुनाव सीधे जनता द्वारा कराए जाने की पक्षधर रही है। विधानसभा, लोकसभा व स्थानीय निकाय के चुनावों की तरह ही जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव होने चाहिए। सत्ता में आने पर सपा यह व्यवस्था बनाएगी कि ये चुनाव सीधे जनता करे। उन्होंने कहा कि भले ही भाजपा अधिकांश जिलों में सत्ता व प्रशासन का दुरुपयोग कर जीत गई हो, पर आम पंचायत चुनाव के परिणाम सपा के पक्ष में है। जनता ने सपा को भरपूर समर्थन दिया। 2022 में सपा सत्ता में आ रही है।


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