अविवाहित महिला शिक्षक को दिया मातृत्व अवकाश
बेसिक शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। कसया क्षेत्र में तैनात कई महिला शिक्षकों के सर्विस काल की सभी छुट्टियां मानव संपदा पोर्टल पर दर्ज कर दी गई हैं। हद तो यह है कि एक अविवाहित शिक्षिका को मातृत्व बाल्यकाल देखभाल अवकाश तक स्वीकृत कर दिया गया है।
कुशीनगर: बेसिक शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। कसया क्षेत्र में तैनात कई महिला शिक्षकों के सर्विस काल की सभी छुट्टियां मानव संपदा पोर्टल पर दर्ज कर दी गई हैं। हद तो यह है कि एक अविवाहित शिक्षिका को मातृत्व, बाल्यकाल देखभाल अवकाश तक स्वीकृत कर दिया गया है।
मामला सामने आने के बाद विभाग की आंख मूंद कर कार्य किए जाने की लचर कार्य शैली उजागर हुई है। विभागीय अधिकारी इस त्रुटि को ठीक करने में जुटे हुए हैं। क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय डुमरी में तैनात किरन लता अविवाहित है। उनकी प्रथम नियुक्ति नौ नवंबर 2015 है। विभाग ने उनके र्सिवस काल की सभी छुट्टियां मसलन मातृत्व, बाल्याकाल देखभाल, मेडिकल अवकाश आदि विभाग के मानव संपदा पोर्टल पर दर्ज की गई है।
यही हाल इस विद्यालय पर तैनात शिक्षिका शिल्पी का है। उनका पोर्टल पर 365 दिन का मेडिकल लीव दिखाया जा रहा है। जूनियर हाईस्कूल डुमरी की शिक्षिका विभा एवं भिखारी चौर की प्रियंका श्रीवास्तव के साथ भी विभाग ने इसी तरह का मजाक किया है।
मामला तब उजागर हुआ जब शिक्षिका किरनलता ने अवकाश लेने का आवेदन किया। पोर्टल पर पूरी अवकाश शेष नहीं होने के कारण स्वीकृत नहीं हुआ, तो बात खुली। इसके बाद बरती गई अनियमितता परत दर परत खुलती जा रही है। विभाग की इस त्रुटि के चलते शिक्षिकाएं परेशान हैं। उन्होंने विभाग में सुधार के लिए आवेदन भी किया है।
विभागीय कर्मचारी शिक्षिकाओं के अवकाश के बावत सामने आई बड़ी त्रुटि को मात्र एक भूल मानकर भूल जाने की सलाह दे रहे हैं। त्रुटि सुधार की कार्रवाई आनन-फानन शुरू कर दी गई है। यह और बात है कि विभाग के आला अधिकारी इस कारगुजारी से अभी अपने को अंजान बता रहे हैं। दूसरी ओर जिन शिक्षक व शिक्षिकाओं का अवकाश गलत ढंग से विभाग के पोर्टल पर दर्ज किया गया है, वे इसको लेकर काफी परेशान हैं।
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मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। यदि ऐसा हुआ है तो बड़ी त्रुटि है। इसकी तत्काल जांच करा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
विमलेश कुमार बीएसए, कुशीनगर