महिलाओं की जागरूकता से आएगी विकास में तेजी: जिला जज
संविधान ने महिलाओं व पुरुषों को समान अधिकार दिया है लेकिन जागरूकता के अभाव में लोग भेदभाव करते हैं। पुरुषों को वरीयता में रखा जाता हैं जिससे महिलाएं पीछे रह जाती हैं। जब महिलाएं जागरूक होंगी तभी देश का संपूर्ण विकास होगा।
कुशीनगर: संविधान ने महिलाओं व पुरुषों को समान अधिकार दिया है, लेकिन जागरूकता के अभाव में लोग भेदभाव करते हैं। पुरुषों को वरीयता में रखा जाता हैं, जिससे महिलाएं पीछे रह जाती हैं। जब महिलाएं जागरूक होंगी तभी देश का संपूर्ण विकास होगा।
यह बातें जिला जज व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष संतोष कुमार श्रीवास्तव ने कही। वह राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में मंगलवार को दीवानी न्यायालय सभागार में महिला अधिकार विषय पर संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश में महिलाओं व पुरुषों की जनसंख्या लगभग बराबर है। ऐसे में सिर्फ पुरुषों के जागरूक होने से देश का विकास नहीं हो सकता। महिलाओं की जागरूकता बेहद जरूरी है। विधिक प्राधिकरण की सचिव शबीना खान ने महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में बताया। जिला कार्यक्रम अधिकारी रश्मि ने प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी। पूनम जायसवाल, सुमन सिंह सहित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित रहीं।