.फिजा में तारी थी दहशत
कुशीनगर : डीएम की सुरक्षा में लगे होमगार्ड पर हुए कातिलाना हमले की दहशत दूसरे दिन मंगलवार को भी कले
कुशीनगर : डीएम की सुरक्षा में लगे होमगार्ड पर हुए कातिलाना हमले की दहशत दूसरे दिन मंगलवार को भी कलेक्ट्रेट परिसर की फिजा में घुली रही। कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक बस इसी घटना की चर्चा करते दिखे तो डरे सहमे भी। अपनी फरियाद लेकर आए फरियादी भी यह जान पूरी तरह से सहम उठे। परिसर का हर कोना इस दहशत से दहशतजदा दिखा तो यह सवाल भी करता दिखा कि आखिर यह स्थान सुरक्षित नहीं तो जिले में कौन सा स्थान सुरक्षित है। खाकी की जान पर बना आई है तो हमारी जान कौन बचाएगा। विश्वकर्मा जयंती के अवकाश के बाद सभी सरकारी दफ्तर खुले तो कलेक्ट्रेट का वह गेट भी खुला जहां सोमवार को तैनात होमगार्ड सुदामा गुप्ता पर पर एक समुदाय विशेष के युवक ने धारदार हथियार से हमला बोला था। कलेक्ट्रेट में अवकाश के बाद अमूमन जो भीड़ दिखती है, वह नहीं दिखी। वह रौनक भी नहीं दिखी। कुछ दिखा तो बस भय का साया और इसकी आड़ में अपनी जान की परवाह को लेकर गंभीर ¨चता भी। परिसर की चाय-पान की दुकानों पर बैठे फरियादी यह कहते सुने गए कि साहब को सुरक्षा देने वाली खाकी ही सुरक्षित नहीं तो यहां कौन सुरक्षित है। अपनी सुरक्षा की गुहार लेकर हम आएं तो कैसे आएं और न आएं तो कहां जाएं। इन सवालों के बीच सहमी हुई फिजा यह कह रही थी कि सुरक्षा को लेकर इस महत्वपूर्ण स्थान पर और बेहतर इंतजाम करने होंगे। दूसरी ओर मेडिकल कालेज में भर्ती घायल होमगार्ड की हालत में सुधार की बात कही जा रही है। घायल होमगार्ड से मिलने पूर्व राज्यमंत्री राधेश्याम ¨सह पहुंचे और आर्थिक मदद देने के साथ ही मुकम्मल इंतजाम के लिए मेडिकल कालेज के प्राचार्य से बात की। छह थानों की पुलिस व पीएसी के जवान रहे सुरक्षा में तैनात
-घटना के दूसरे दिन सुरक्षा को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में पडरौना, कसया, रामकोला, विशुनपुरा, कुबेरस्थान, तुर्कपटी थानों की पुलिस व एक प्लाटून पीएसी के जवान तैनात रहे। हर आनेजाने वाले पर पैनी निगाह रही। जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के नामांकन को लेकर कलेक्ट्रेट जाने वाले मुख्य मार्ग पर आवाजही पूरी तरह से बंद रही।
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कलेक्ट्रेट परिसर को दी जाएगी अचूक सुरक्षा व्यवस्था
क्रासर-
-जिले के सभी प्रमुख चौक-चौराहों व प्रमुख स्थलों पर होगी सघन चे¨कग
-जिलाधिकारी ने एसपी को पत्र लिखा, कहा तुरंत उठाएं कदम
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पडरौना, कुशीनगर: होमगार्ड पर हमले के बाद कलेक्ट्रेट की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर संजीदगी बढ़ गई है। अब यहां की सुरक्षा को फुलप्रूफ करने की योजना है। इसके लिए जिलाधिकारी ने एसपी को पत्र लिख साफ-साफ कहा है कि कलेक्ट्रेट व कैंप कार्यालय की सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से अचूक बनाया जाए। मतलब साफ है कि किसी भी दशा में सुरक्षा व्यवस्था में सेंध नहीं लगनी चाहिए। इसके साथ ही यह भी निर्देश दिया गया है कि जिले के सभी गांवों, नगरों व कस्बों के चौक-चौराहों और प्रमुख स्थानों पर बीच-बीच में सघन चे¨कग अभियान चलाया जाए। गहन बाडी फ्रि¨स्कग व वाहन चे¨कग की जाए। पैनी नजर रखी जाए और अवैध रूप से अस्त्र-शस्त्र लेकर चलने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए। किसी भी दशा में इनको बख्शा न जाए क्योंकि सुरक्षा को लेकर इनसे गंभीर खतरा हो जाएगा। दूरी ओर आदेश के क्रम में एसपी ने कार्रवाई भी शुरू कर दी है। सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस व पीएसी के जवानों की संख्या बढ़ा दी है।
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इंसेट
-एसपी को सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पत्र लिखा गया है। कलेक्ट्रेट व कैंप कार्यालय पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने को कहा गया है। इसके साथ ही अन्य मातहतों को भी निर्देश दिया गया है कि वे अपने दफ्तरों पर सुरक्षा को लेकर सजग रहें। एक रजिस्टर रखें और आने-जाने वाले का व्यौरा अंकित करें।
- डा. अनिल कुमार ¨सह, डीएम
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-घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कदम उठाए जा रहे हैं। जिलाधिकारी के निर्देश के क्रम सभी थानों पर निर्देश दे दिया गया है। कलक्ट्रेट व कैंप कार्यालय पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी।
-अशोक कुमार पाण्डेय, एसपी डीएम तक फरियाद पहुंची न फरियादी, बोल दिया हमला
-होमगार्ड पर जानलेवा हमला करने वाले नेबुनानौरंगिया थाने के ग्राम पचफेड़ा निवासी इनायत कभी अपनी फरियाद लेकर डीएम के पास नहीं पहुंचा। उसने आज से पांच वर्ष पूर्व एसडीएम से गांव में ¨हदू-मुस्लिम धार्मिक आयोजन एक साथ कराने के लिए प्रशासन से सहयोग मांगा था तो एसडीएम ने थानाध्यक्ष को लिखा था। उसके घर से मिले शिकायती पत्र व निजी पत्र से इस बात का खुलासा हुआ है कि वह अमनचैन के नाम पर दोनो समुदायों के लोगों के साथ धर्म गुरुओं को जुटना चाहता था। गांव में भी इस्लाम के झंडे के उतारे जाने को लेकर वह रंज था और उसे बताया गया था कि डीएम, एसपी के कहने पर उसकी मदद प्रशासन नहीं कर रहा है। अब सवाल यह उठ रहा है कि वह धर्म के नाम पर ऐसा क्यों करना चाहता था। क्या इसके पीछे किसी और का हाथ तो नहीं है। कोई संगठन तो नहीं है। इन सब बातों को लेकर भी अब प्रशासन ने अब जांच शुरू कर दी है और उसका इतिहास खंगालने में पुलिस भी जुट गई है।