मैत्रेय के लिए अधिग्रहित भूमि पर कृषि विश्वविद्यालय का प्रस्ताव
बुद्ध सर्किट को विकसित करने पर बैठक में दिया गया जोर विकास प्राधिकरण बनाकर पडरौना व हाटा नगरपालिका को करें शामिल
कुशीनगर: बुद्ध सर्किट को विकसित करने के लिए कार्य योजना तैयार किए जाने संबंधी बैठक सांसद विजय कुमार दूबे की अध्यक्षता में शुक्रवार की शाम कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। इसमें मैत्रेय के लिए पूर्व में अधिग्रहित भूमि पर कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना का प्रस्ताव रखा गया, जिस पर सभी ने सहमति जताई।
डीएम डॉ. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि महात्मा बुद्ध का स्टेच्यू बीच में रहेगा। साउंड एंड लाइट के साथ थीम पार्क, आडिटोरियम समेत हेलीपैड व पासपोर्ट ऑफिस बनाए जाने के लिए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अभिषेक पांडेय को आवश्यक निर्देश दिए। डीएम ने कहा कि यदि इस कार्य में और भूमि की आवश्यकता पड़ती है, तो पर्यटन अधिकारी एडीएम से वार्ता कर लें और भूमि की और व्यवस्था कराई जाएगी। डीएम ने कहा कि महात्मा बुद्ध स्थली को योजनाबद्ध तरीके से विकसित करने की आवश्यकता है। इसके लिए विकास प्राधिकरण बनाते हुए नगर पालिका हाटा व पडरौना को भी शामिल किया जाए। इसकी कार्य योजना एसडीएम कसया तैयार करेंगे। पूर्व में हुए बुद्ध महापरिनिर्वाण स्थली गेट के विवाद में डीएम ने बातचीत से हल निकालने का निर्देश दिया।
मुख्य विकास अधिकारी आनंद कुमार, अपर जिलाधिकारी विध्यवासिनी राय, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी रविन्द्र कुमार, पर्यटन सूचना अधिकारी मनीष श्रीवास्तव, उप निदेशक पर्यटन गोरखपुर मनोज कुमार गौतम समेत जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।