छह माह में बिखर गई 3.28 करोड़ की सड़क
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कुशीनगर: लोक निर्माण विभाग की ओर से बनाई गई सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। इसका उदाहरण मंसाछापर-खिरकिया मार्ग है। तीन करोड़ 28 लाख 64 हजार की लागत से बनाई गई यह सड़क छह माह में ही बिखर गई। राज्यनिधि से बनाई गई चार किमी लंबी सड़क पडरौना-जटहां मार्ग से जुड़ी हुई है।
विशुनपुरा विकास खंड के मंसाछापर से खिरकिया तक बनाई गई इस सड़क का निर्माण अप्रैल 2018 में शुरू हुआ था। कार्यदायी संस्था पीडब्ल्यूडी ने किसी ठेकेदार से निर्माण कराया और गुणवत्ता पर ध्यान ही नहीं दिया गया। तारकोल व गिट्टियों के अनुपात में मानक की अनदेखी की वजह सड़क टूटने लगी। लोगों का कहना है कि निर्माण के समय ही गुणवत्ता पर सवाल किया गया, लेकिन अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। मौजूदा समय में इस सड़क पर चलना किसी दुश्वारी से कम नहीं है। सड़क के गड्ढों की वजह से आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। शिकायत के बाद भी विभाग इसका संज्ञान नहीं ले रहा।
-मंसाछापर गांव के सुबाष प्रसाद ने कहा कि सड़क टूटने से राह चलना मुश्किल है। बाइक व साइकिल सवार अक्सर गिरते रहते हैं, कोई सुनने वाला नहीं है।
-हिरनही निवासी गोलू का कहना है कि सड़क निर्माण के समय ही मानक की अनदेखी की गई। इसके लिए जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
-विशुनपुरा बुजुर्ग निवासी सैलाख का कहना है कि निर्माण के समय अगर शिकायत की जांच करा ली गई होती तो इतनी जल्दी सड़क क्षतिग्रस्त नहीं हुई होती।
-जरार गांव के निवासी पंडित रविन्द्रनाथ शास्त्री ने कहा कि सरकार भले ही बदल गई, अफसरों का क्रियाकलाप नही बदला। सड़क कमीशनखोरी की भेंट चढ़ गई है।
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सड़क क्षतिग्रस्त होने की शिकायत मिली है। बरसात का समय समाप्त होने पर जो कमियां होंगी, उसे ठेकेदार के माध्यम से पूरी कराई जाएगी।
- जेई सुशील सिंह, लोक निर्माण विभाग