करियर से न होगा खिलवाड़, दूर होंगी प्रेक्टिकल की बाधाएं
जागरण की खबर रंग लाई है। माध्यमिक विद्यालयों में नियमित प्रेक्टिकल न कराने की जड़ता अब टूटने लगी है, मेधा बोल रही थैंक यू दैनिक जागरण। स्कूल, कालेज में विज्ञान विषयों के नियमित प्रेक्टिकल नहीं कराने में आई उदासीनता अब छंटने लगी है।
कुशीनगर: जागरण की खबर रंग लाई है। माध्यमिक विद्यालयों में नियमित प्रेक्टिकल न कराने की जड़ता अब टूटने लगी है, मेधा बोल रही थैंक यू दैनिक जागरण। स्कूल, कालेज में विज्ञान विषयों के नियमित प्रेक्टिकल नहीं कराने में आई उदासीनता अब छंटने लगी है। लैब में जमा मोटी धूल की परतों की न सिर्फ साफ-सफाई होने लगी है, बल्कि लैब को संसाधनों से युक्त करने के लिए विद्यालय प्रबंधन ने कमर भी कस ली है। विज्ञान शिक्षकों, प्रधानाचार्यों ने विज्ञान विषयों के प्रेक्टिकल कार्य को शेड्यूल बनाकर नियमित रूप से कराने का संकल्प भी लिया है। दैनिक जागरण ने माध्यमिक विद्यालयों में विज्ञान विषय के होनहारों के प्रति बरती जा रही उदासीनता व प्रयोगशालाओं की दशा पर 7 दिसंबर से सिलसिलेवार खबर प्रकाशित कर बच्चों, विज्ञान शिक्षकों, प्रधानाचार्यों व अभिभावकों को न सिर्फ जागरूक किया, बल्कि उदासीनता व जड़ता पर करारा प्रहार भी किया। खबर का असर हुआ। बच्चों ने अपने स्कूल, कालेज में जिम्मेदारों से नियमित प्रेक्टिकल न कराने के कारणों पर सवाल उठाना शुरू किया तो अभिभावकों ने बच्चों व स्कूल पर इसके लिए दबाव बनाना शुरू किया। जिला विद्यालय निरीक्षक उदय प्रकाश मिश्र ने प्रेक्टिकल न कराने वाले ऐसे सभी विद्यालयों को चिह्नित कर कार्रवाई की चेतावनी भी दे डाली। एक प्रधानाचार्य ने कहा कि बच्चे देश के भविष्य हैं। दैनिक जागरण ने प्रयोगशाला को लेकर न सिर्फ नैतिक दायित्वों का बोध कराया बल्कि यह राह तय करा दी कि प्रेक्टिकल के बिना पढ़ाई अधूरी है। जिससे बच्चे बेहद उत्साहित व तत्पर दिखने लगे हैं।
------ दैनिक जागरण ने तोड़ी जड़ता -उदित नारायण इंटर कालेज के प्रधानाचार्य कैप्टन जगमोहन तिवारी ने कहा कि प्रेक्टिकल विषय में पास होना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना की लिखित परीक्षा में। कहा कि कालेज का लैब संसाधनों से युक्त है। जब भी संसाधनों की कमी महसूस होती इसे मंगाकर पूरी कर ली जाती, लेकिन बच्चों के भविष्य के साथ तनिक भी खिलवाड़ नहीं किया जाता। दैनिक जागरण ने अभियान चलाकर जनपद में जड़ता खत्म कर दी है। इससे बच्चों का करियर संवरेगा। -किसान इंटर कालेज साखोपार के प्रधानाचार्य अखिलेश ¨सह ने कहा कि मेरे कालेज में अटल टिक¨रग लैब की स्थापना हुई है। नियमित रूप से प्रेक्टिकल कराकर बच्चों को अप-टू-डेट करना शेड्यूल में है। विज्ञान शिक्षक बच्चों के प्रति समर्पित हैं, लेकिन तार टूटने से बिजली आपूर्ति का भंग होना सिरदर्द बन गया है।
-हनुमान इंटर कालेज के प्रधानाचार्य शैलेंद्र दत्त शुक्ल ने कहा कि भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान व वनस्पति विज्ञान विषय के प्रेक्टिकल के लिए छात्र व छात्राओं का साप्ताहिक शेड्यूल तय कर नियमित प्रेक्टिकल कराया जाता है। प्रेक्टिकल वर्षपर्यंत चलने वाला कार्य है। बोले, जागरण ने बच्चों के हित में सराहनीय कार्य किया है।
-किसान इंटर कालेज पिपरा बाजार के प्रधानाचार्य अश्विनी पांडेय ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी मेधा की कमी नहीं है। अवसर मिलने पर यही मेधा अपना हुनर साबित कर विद्यालयों का नाम रोशन करती हैं। बोले दैनिक जागरण का प्रयोगशाला अभियान मील का पत्थर साबित होगा। इससे बच्चों को नई दिशा मिल रही है।
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-दैनिक जागरण ने प्रयोगशाला अभियान के तहत ढीले पड़े प्रधानाचार्यों, विज्ञान शिक्षकों व बच्चों को न सिर्फ नैतिकता का बोध कराया है, बल्कि प्रेक्टिकल को हल्के में लेकर लापरवाह बने लोगों को होनहारों के करियर के साथ खिलवाड़ न करने की सीख भी दी है। जागरण पत्र ही नहीं मित्र भी है।
-उदय प्रकाश मिश्र, जिला विद्यालय निरीक्षक, कुशीनगर