शौचालय के मद में 33 लाख खर्च, निर्माण अधूरा
कुशीनगर विशुनपुरा ब्लाक के बाबूराम सेमरा गांव में स्वच्छ भारत मिशन अपने लक्ष्य को प्राप्त कर
कुशीनगर: विशुनपुरा ब्लाक के बाबूराम सेमरा गांव में स्वच्छ भारत मिशन अपने लक्ष्य को प्राप्त करता नहीं दिख रहा है। गांव में 275 शौचालयों के मद में 33 लाख खर्च कर दिए गए, लेकिन अभी भी कई शौचालय अधूरे पड़े हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जिम्मेदार ही अभियान में पलीता लगा रहे हैं।
बाबूराम सेमरा गांव तीन टोलों में बंटा है, जिसकी आबादी तीन हजार के आसपास है। तीनों टोलों में 275 शौचालय का निर्माण हुआ। ग्रामीणों का कहना है कि शौचालय निर्माण में काफी गड़बड़ी की गई है। निर्माण अधूरा होने के चलते लोग खुले में शौच के लिए मजबूर हैं। ग्राम प्रधान मंहथी कुशवाहा का कहना है कि सभी लोगों के शौचालय बनवा दिए गए हैं, केवल तीन अधूरे हैं। उनका निर्माण भी शीघ्र पूर्ण करा दिया जाएगा।
कन्हैया पाठक ने बताया कि शौचालय अधूरे होने की कई बार शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है। हमारे दरवाजे पर बनाए गए शौचालय की टंकी पर ढक्कन नहीं रखा गया है।
महेंद्र पाठक ने बताया कि शौचालय में क्षतिग्रस्त फाटक लगा दिया गया है। इस वजह से शौचालय का उपयोग नहीं किया जा रहा है। इससे अच्छा था कि शौचालय बना ही नहीं होता।
दमरी मियां ने बताया कि गांव में शौचालय निर्माण में काफी गड़बड़ी की गई है। किसी टंकी पर ढक्कन नहीं लगा है तो किसी में फाटक ही नहीं लगवाया गया, इसकी जांच होनी चाहिए।
सुजीत कुमार ने बताया कि शौचालय में लगाया गया फाटक कब गिर जाएगा, कहा नहीं जा सकता। जांच कराकर निर्माण में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
डीपीआरओ आरके द्विवेदी ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है। शौचालय अधूरे हैं तो इसकी जांच कराई जाएगी, दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी।