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कुशीनगर में स्पर का 15 मीटर नोज नारायणी में विलीन

कुशीनगर में एपी बांध के क्षतिग्रस्त स्लोप की मरम्मत के बाद बंद हो गया था कार्य अचानक नदी ने काट दिया नोज हालांकि पानी का डिस्चार्ज घटने से खतरे के निशान से 1.10 मीटर नीचे पहुंच गया है जलस्तर।

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Aug 2021 12:58 AM (IST)Updated: Wed, 04 Aug 2021 12:58 AM (IST)
कुशीनगर में स्पर का 15 मीटर नोज नारायणी में विलीन
कुशीनगर में स्पर का 15 मीटर नोज नारायणी में विलीन

कुशीनगर: मंगलवार को एपी बांध के स्पर का 15 मीटर नोज नोनिया पट्टी गांव के पास नदी की धारा में बह गया। बाढ़ खंड की थोड़ी सी लापरवाही यहां भारी पड़ गई। नदी की धारा यहां रौद्र रूप में दिखाने लगी है।

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बीते सप्ताह नदी की कटान के चलते बांध के किमी 12.860 बाघाचौर के नोनिया पट्टी में स्थित स्पर का 38 मीटर भाग नदी में विलीन हो गया था। विभाग ने रविवार की शाम तक स्लोप की मरम्मत कर सोमवार को कार्य पूरी तरह बंद कर दिया। मंगलवार को इसका खामियाजा स्पर के नोज को भुगतना पड़ा। सुबह सात बजे 15 मीटर की लंबाई में नोज नदी में विलीन हो गया। विभाग बचाव कार्य में जुटा है। दूसरी ओर वाल्मीकि नगर बैराज से पानी का डिस्चार्ज घटकर 1.3 लाख क्यूसेक पर स्थिर रहा। पिपराघाट गेज पर जलस्तर में पांच सेमी की कमी दर्ज की गई। नदी खतरे के निशान 76.20 मीटर से 1.10 मीटर नीचे 75.10 मीटर पर बह रही है। बांध के किमी 17 अहिरौलीदान के कचहरी टोला, किमी 12.500 से किमी 13.500 बाघाचौर नोनिया पट्टी के सामने, नरवाजोत विस्तार बांध, अमवाखास बांध के किमी 7.500 से किमी 8.600 व लक्ष्मीपुर में दबाव कायम है। कचहरी टोला, नरवाजोत-पिपराघाट बांध के किमी 950 से किमी 1.1450 पर बचाव कार्य चल रहा है।

बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता एमके सिंह ने बताया कि नोज के कटे भाग की मरम्मत की जा रही है, बांध पूरी तरह सुरक्षित है। संवेदनशील प्वाइंट को लेकर निरंतर निगरानी की जा रही है।

जल निकासी के लिए आंदोलन की चेतावनी

विकास खंड तमकुही के मोगलपुरा गांव के ग्रामीणों ने डीएम को पत्रक सौंपकर दबंगों द्वारा बंद किए गए पुलिया का मुंह खोलवाने की मांग की है। कार्रवाई न होने पर एसडीएम कार्यालय पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

मंगलवार को पत्रक सौंपने वाले ग्रामीणों का कहना है कि गांव के प्राथमिक विद्यालय से दीवान टोला पर जाने वाली सड़क पर बारिश का पानी निकलने के लिए पुलिया बनी है। आरोप लगाया कि दबंगों ने पुलिया के मुंह पर मिट्टी पाट कर पक्का निर्माण कर लिया है। इससे जवार भैसहा, सिदूरिया, मोगलपुरा आदि गांव में फसल पानी में डूबने से सड़ रही है। शिकायत पर पहुंची राजस्व व पुलिस टीम महिलाओं के विरोध के चलते जेसीबी लेकर लौट गई थी। प्रधान जाहिद हुसैन, बीडीसी असलम अली, प्रभुनाथ यादव, शौकत अली, हारून अली, असगर अली सहित दर्जनभर ग्रामीणों द्वारा हस्ताक्षरित पत्रक में चेतावनी दी गई है कि छह अगस्त तक पानी की निकासी सुनिश्चित नहीं की गई तो वह सात अगस्त को धरना देंगे।


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