विरोध प्रदर्शन कर 122 लेखपालों ने जमा किया बस्ता
लेखपालों ने पदनाम उप राजस्व निरीक्षक करने शैक्षणिक योग्यता स्नातक करने आदि विभिन्न लंबित मांगों के समर्थन में मंगलवार को वेतन नही तो काम नहीं की तर्ज पर तहसील में विरोध प्रदर्शन किया तथा आंदोलन का बिगुल फूंका। अपने हल्का का कार्य न करने का निर्णय लेते हुए 122 लेखपालों ने बस्ता तहसील में जमा करवाया।
कुशीनगर : लेखपालों ने पदनाम उप राजस्व निरीक्षक करने, शैक्षणिक योग्यता स्नातक करने आदि विभिन्न लंबित मांगों के समर्थन में मंगलवार को वेतन नही तो काम नहीं की तर्ज पर तहसील में विरोध प्रदर्शन किया तथा आंदोलन का बिगुल फूंका। अपने हल्का का कार्य न करने का निर्णय लेते हुए 122 लेखपालों ने बस्ता तहसील में जमा करवाया।
प्रदेश कार्यकारिणी के निर्देश पर एकजुट हुए लेखपालों ने मांगों को लेकर हुंकार भरा। कहा कि सरकार लेखपालों की एक नहीं सुन रही है। अलग-अलग मांगों को लेकर अनेक बार ज्ञापन दिया गया, आंदोलन किया गया, लेकिन सरकार मांगों को लेकर तनिक भी गंभीर नहीं है। लेखपाल संघ के जिलामंत्री वंश बहादुर यादव ने कहा कि बस्ता जमा कर देने से गांवों में पेंशन प्रमाण पत्र, वरासत तथा दाखिल खारिज में काफी परेशानी होगी। कहा कि ग्रेड पे-2800, एसीपी विसंगति दूर करने, उपराजस्व निरीक्षक सेवा नियमावली प्रख्यापित करने सहित विभिन्न सात मांगों को पूरा कराने को लेकर संगठन प्रयासरत है। सरकार की उदासीनता से प्रदेश कार्यकारिणी ने चरणबद्ध आंदोलन का निर्णय लिया है।
बताया कि 14 नवंबर को जिला चिकित्सालय पर रक्तदान, 19 को साइकिल रैली, 26 को तहसीलों पर धरना दिया जाएगा। बावजूद इसके सरकार ने मांगें नहीं मानी तो पांच दिसंबर को प्रदेश के सभी लेखपाल लखनऊ पहुंच विधानसभा का घेराव करेंगे।