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यमुना के 12 और घाटों से होगा बालू का खनन

जासं, कौशांबी : यमुना के 12 और घाटों से बालू खनन किया जाएगा। इसके लिए सोमवार को खनन विभाग ने टेंडर ज

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Sep 2018 08:00 PM (IST)Updated: Mon, 24 Sep 2018 08:00 PM (IST)
यमुना के 12 और घाटों से होगा बालू का खनन
यमुना के 12 और घाटों से होगा बालू का खनन

जासं, कौशांबी : यमुना के 12 और घाटों से बालू खनन किया जाएगा। इसके लिए सोमवार को खनन विभाग ने टेंडर जारी कर दिया है। महीने भर बाद यह टेंडर खुलेगा और फिर खनन शुरू होगा। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं। पिछले साल की अपेक्षा इस बार घाटों के क्षेत्र में परिवर्तन किया गया है। ऐसे में खनन विभाग को उम्मीद है कि सभी घाटों का आवंटन हो जाएगा और उन्हें करोड़ों का राजस्व प्राप्त होगा।

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जिले में यमुना का क्षेत्र करीब साठ किलोमीटर का है। नदी के घाटों से सालों से बालू का खनन होता रहा है। पिछले साल से बालू घाट की आवंटन प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी गई है। पिछले साल बालू खनन के लिए 120 घाट बनाए गए और टेंडर निकाला गया। घाटों के आवंटन की प्रक्रिया कई महीने तक चली और कई बार टेंडर भी निकाले गए। उसके बावजूद 19 घाटों का ही आवंटन हो सका। उसमें से भी जुलाई 2018 तक आठ घाटों से बालू का खनन हो सका था। बारिश के कारण यमुना नदी के घाटों से बालू का खनन बंद था। अब पहली अक्टूबर से फिर से बालू का खनन शुरू हो जाएगा। उससे पहले खनन विभाग ने बाकी बचे घाटों के आवंटन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पिछली बार आवंटन के लिए बड़ी संख्या में घाट बना दिए गए थे लेकिन उसमें से कइयों पर बालू कारोबारियों ने रुचि नहीं दिखाई। बाद में खनन विभाग ने सर्वे किया तो स्पष्ट हुआ कि घाट बड़े होने और उनमें बालू न होने के कारण कारोबारी उसे नहीं ले रहे हैं। इसलिए कई घाटों को सूची से हटाते हुए जिला प्रशासन ने 12 घाटों को आवंटित करने का फैसला लिया। उसी क्रम में टेंडर किया गया है। खनन के लिए चिह्नित किए गए घाटों का क्षेत्र अब नौ हेक्टेयर से लेकर 18 हेक्टेयर तक कर दिया गया है। खान अधिकारी राज रंजन कुमार ने बताया कि 25 सितंबर से 24 अक्टूबर तक एमएसटीसी वेबसाइट पर ऑनलाइन टेंडर भरा जा सकता है। उसके बाद 25 अक्टूबर तक फीस जमा होगी और 30 अक्टूबर तक जरूरी कागजात वेबसाइट पर अपलोड किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि 31 अक्टूबर को टेंडर खुलेगा। यह प्रक्रिया ऑनलाइन होगी और प्रतिघन मीटर बालू की रायल्टी अधिक देने वाले को टेंडर होगा। वैसे खनन विभाग ने प्रतिघन मीटर रायल्टी का रेट 150 रुपये निर्धारित किया है। इन घाटों का होगा आवंटन

चायल तहसील क्षेत्र के रसूलपुर ब्यूर, रुसहाई महारिन का पूरा, पिपरहटा, उमरवल, उमरवल सेकंड, नंदा का पुरवा, मोहम्मदाबाद केवट पुरवा, कटैया और मंझनपुर तहसीलक्षेत्र के भखंदा, ऐंगना, ऐंगना सेकंड और दलेलागंज शामिल हैं।


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