लांग जंप में विकास व हाई जंप में राजकुमार ने मारी बाजी
विकास खंड चायल के कसेंदा गांव में शनिवार को नागपंचमी के अवसर पर वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता में क्षेत्र के युवाओं उत्साह के साथ हिस्सा लिया। लांग जंप में विकास यादव और हाई जंप में राजकुमार ने बाजी मारी।
कौशांबी: विकास खंड चायल के कसेंदा गांव में शनिवार को नागपंचमी के अवसर पर वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता में क्षेत्र के युवाओं उत्साह के साथ हिस्सा लिया। लांग जंप में विकास यादव और हाई जंप में राजकुमार ने बाजी मारी। विजेता टीम को पुरस्कृत किया गया।
कसेंदा गांव में हर साल की तरह नागपंचमी के अवसर पर शनिवार को वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का शुभारंभ कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष तलत अजीम ने फीता काटकर किया। प्रतियोगिता के आयोजक श्रवण यादव की देख रेख में क्षेत्र के मकदूमपुर, मखउपुर, पिपरी, काठगांव, अकबरपुर, बरोलहा, हौसी, पकसराई, चायल, चौराडीह, कादिलपुर आदि गांव के खिलाडि़यों ने भागीदारी की। सीनियर टीम में बरोलहां के विकास यादव ने 19 फीट 6 इंच लांग जंप लगाकर प्रथम स्थान पर कब्जा किया। पिपरी के पंकज द्वितीय व हौसी के मनीष तृतीय स्थान पर रहे। वहीं जूनियर टीम के चौराडीह के राहुल कुमार ने 16 फिट लांग जंप लगाकर प्रथम, काठगांव निवासी गौतम द्वितीय व आकाश कुमार तीसरे स्थान पर रहे। इसी प्रकार हाई जंप में हौसी के राजकुमार प्रथम, पिपरी के पंकज पाल द्वितीय व अक्षय कुमार तीसरे स्थान रहे। जूनियर टीम से संदीप पाल प्रथम, राहुल यादव द्वितीय व पंकज पाल तृतीय रहे। विजेता प्रतिभागियों को आयोजक श्रवण कुमार यादव व सोनू यादव ने उपहार देकर पुरस्कृत किया। इस मौके पर सुखलाल यादव, कुलदीप यादव, डॉ राजेश कुमार, सोनू, शिवकुमार, सुनील कुमार, विनोद केशरवानी, कमलाकर सिंह उमेश, युवराज सिंह, जयकरण यादव, खन्ने आदि लोग मौजूद रहे।
उधर, नाग पंचमी के पर्व पर गुड़िया पीटने की चली आ रही परम्परा के खिलाफ महिला संगठन ने आवाज उठाई। महिलाओं पर हो रहे अत्याचार का विरोध किया। साथ ही स्पष्ट किया कि अब गुड़िया पिटेगी नहीं, शिक्षा प्राप्त कर अपना अधिकार प्राप्त करेगी। नागपंचमी पर्व पर प्रगतिशील महिला मोर्चा की महिलाओं ने विकास खंड उजिहनी आईमा गांव में जुलूस निकाला। संगठन की अध्यक्ष संतोषी देवी ने कहा कि आजादी के सात दशक बाद भी महिलाओं को उनका अधिकार नहीं मिला है। महिलाओं पर आज भी अत्याचार हो रहा है। उत्पीड़न, मारपीट व छेड़खानी जैसी घटनाओं का शिकार महिलाएं हो रही हैं। अब महिलाएं संगठित होकर अपने अधिकार को प्राप्त करेंगी। इस दौरान बुधनी देवी, सरिता, रुबीना, रंजना, प्रिया, संदीप, रामप्रकाश, प्रदीप आदि मौजूद रहे।