प्रधानमंत्री कौशल विकास मिशन से भी नहीं दूर हो सकी बेरोजगारी
बेरोजगारों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री कौशल विकास मिशन लागू की किया है। इस योजना के तहत बेरोजगार युवक व युवतियों को प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ने का प्रयास भले ही शासन स्तर से किया जा रहा है लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी की वजह से जिले में ये योजना फ्लाप हो रही है। पिछले दो वर्ष में लक्ष्य के सापेक्ष लोगों को प्रशिक्षण नहीं दिया गया और न ही स्वरोजगार से जोड़ा गया है। ऐसे में शिक्षित बेरोजगारों को रोजी-रोटी के लिए दूसरे जनपद जाना पड़ता है। या फिर आर्थिक तंगी से जूझना पड़ता है। शिकायत के बाद भी समस्या का निराकरण नहीं हो पा रहा है।
जागरण, संवाददाता, कौशांबी : बेरोजगारों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री कौशल विकास मिशन लागू की किया है। इस योजना के तहत बेरोजगार युवक व युवतियों को प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ने का प्रयास भले ही शासन स्तर से किया जा रहा है, लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी की वजह से जिले में ये योजना फ्लाप हो रही है। पिछले दो वर्ष में लक्ष्य के सापेक्ष लोगों को प्रशिक्षण नहीं दिया गया और न ही स्वरोजगार से जोड़ा गया है। ऐसे में शिक्षित बेरोजगारों को रोजी-रोटी के लिए दूसरे जनपद जाना पड़ता है। या फिर आर्थिक तंगी से जूझना पड़ता है। शिकायत के बाद भी समस्या का निराकरण नहीं हो पा रहा है।
कौशल विकास मिशन के तहत बेरोजगार युवाओं व युवतियों को कंप्यूटर शिक्षा, फैशन डिजाइनर, सिलाई-कढ़ाई, हेयर कटिग समेत 36 ट्रेडों पर प्रशिक्षण देने का प्रावधान है। वर्ष 2020-21 आरपीएल के तहत 3000 ऐसे लोगों को तीन दिन का प्रशिक्षण देकर उन्हें प्रमाण पत्र उपलब्ध कराना था जो पहले से कुछ कर रहे हो। इसमें सिर्फ 1700 लोगों को ही प्रशिक्षण दिया जा सका है। इसी प्रकार 664 शिक्षित बेरोजगार युवक-युवतियों को प्रशिक्षित कर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। इसके सापेक्ष 437 लोगों को प्रशिक्षण देने की शुरुआत की गई। बीते वित्तीय वर्ष में की गई, लेकिन प्रशिक्षण अब तक पूरा नहीं हो सका। प्रशिक्षण पूरा न होने के कारण बेरोजगार युवक व युवतियों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है और वह रोजगार के लिए भटक रहे हैं। पूर्व में संपन्न हुई निगरानी समिति की बैठक में सांसद विनोद सोनकर ने प्रधानमंत्री कौशल विकास मिशन की खराब स्थिति पर नाराजगी जताई थी। साथ ही प्रशिक्षित लोगों को स्वरोजगार उपलब्ध कराने के लिए अधिकारियों को निर्देश भी दिया गया था। इसके बाद भी तेजी नहीं लाई गई है। ग्रेजुएशन करने के बाद अब तक कोई सरकारी नौकरी नहीं मिली। बेरोजगारी दूर करने के लिए कौशल विकास मिशन के तहत प्रशिक्षण प्राप्त करने के फार्म भरा था, लेकिन प्रशिक्षण नहीं मिला।
अनुज पांडेय बीए की परीक्षा पास करने के बाद सरकारी नौकरी के लिए कई खुली भर्ती व दौड़ में भाग लिया। लेकिन कोई सफलता नहीं मिली तो रोजगार परख प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए फार्म भरा था। दस माह बाद भी प्रशिक्षण नहीं दिलाया गया।
लवकुश पढ़ाई पूरी करने के तीन साल तक लगातार प्रयास किया, लेकिन नौकरी नहीं मिली। आर्थिक तंगी से छुटकारा पाने के लिए रोजगार से जुड़ने के लिए प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना से प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए आवेदन किया था, लेकिन कोई लाभ नहीं मिला
अनुज पांडेय सरकारी नौकरी में सफलता नहीं मिली तभी प्रधान मंत्री की तरफ से चल रही है। कौशल विकास योजना के बारे में पता चला सोचा की अब सफलता मिलेगी। प्रशिक्षण करने के लिए दो वर्ष पूर्व आवेदन किया था, लेकिन सफलता नहीं मिली।
राजीव
प्रधानमंत्री कौशल विकास मिशन से बेरोजगारों को प्रशिक्षित कर स्वरोजगार से जोड़ने का लक्ष्य पिछले वर्ष निर्धारित किया गया था। 437 लोगों को छह माह का प्रशिक्षण देने की शुरुआत की गई थी, लेकिन कोविड संक्रमण के चलते प्रशिक्षण पूरा नहीं हो सका। जल्द ही प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न कराकर स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा।
एसके श्रीवास्तव, जिला समन्वयक कौशल विकास मिशन