ग्राम प्रहरियों को वितरित किया टार्च और सीटी
सरायंअकिल थाना परिसर में शुक्रवार को थानाध्यक्ष ने गांव की सुरक्षा में लगे प्रहरियों को टार्च और सीटी का वितरण कर उनका हौसला बढ़ाया। थानाध्यक्ष विजय विक्रम सिंह ने कहा कि गांव में तैनात सभी सुरक्षा प्रहरी होने वाली घटनाओं पर पैनी नजर रखते हैं।
चायल : सरायंअकिल थाना परिसर में शुक्रवार को थानाध्यक्ष ने गांव की सुरक्षा में लगे प्रहरियों को टार्च और सीटी का वितरण कर उनका हौसला बढ़ाया। थानाध्यक्ष विजय विक्रम सिंह ने कहा कि गांव में तैनात सभी सुरक्षा प्रहरी होने वाली घटनाओं पर पैनी नजर रखते हैं। उनकी जितनी प्रशंसा की जाए वह कम है। उन्होंने कहा कि गांव के प्रहरियों से अन्य लोगों को भी सीख लेनी चाहिए और समाज की सुरक्षा का जिम्मा उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस हमेशा सुरक्षा प्रहरियों की ऋणी रहेगी, जो ग्रामीणों को सुरक्षित रखने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि थाने में तैनात प्रहरियों को किसी भी घटना की सूचना विलंब मिलती है तब पर भी वह निडर होकर घटना की सूचना थाने में जरूर दें। घटना छोटी हो या बड़ी हो तत्काल घटना की सूचना पुलिस को जरूर दें। इस दौरान उन्होंने थाना क्षेत्र के गांवों में तैनात 88 ग्राम प्रहरियों को रात्रि में प्रभावी गश्त के लिए सीटी व टार्च वितरित किया। इस मौके पर थाने के समस्त स्टाप मौजूद रहे। भक्तों ने संकट मोचक को किया याद
म्योहर : मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के परम भक्त हनुमान को संकट मोचक माना गया है। मान्यता है कि हनुमान का नाम लेते ही सारे संकट दूर हो जाते हैं। शुक्रवार को हनुमान जन्मोत्सव धूम-धाम से मनाया गया। कुछ स्थानों में रामायण का पाठ किया गया। कुछ स्थानों में चौकियां भी निकाली गई।
विकास खंड कौशांबी के म्योहर स्थित देवी मंदिर में हनुमान जयंती धूमधाम से मनाई गई। सुंदरकांड का सस्वर पाठ किया गया। इसके बाद हनुमान चालीसा का भी पाठ कर विधि विधान से हवन किया गया। हनुमंत लाल की आरती के बाद प्रसाद वितरित किया गया। शुक्रवार को म्योहर के देवी मंदिर में हनुमान जयंती बड़े ही धूमधाम तरीके से मनाई गई। इस अवसर पर हनुमान मंदिर को गेंदई के फूल व मालाओं से सजाया गया। पूरे मंदिर में झालरों से भव्य रूप से सजावट की गई। भक्तों ने सुंदरकांड का पाठ किया। इसके बाद हनुमान की स्तुति कर प्रसाद वितरण किया गया। इस मौके पर रूद्र नरायण त्रिपाठी, रवि शंकर पांडेय, शक्ति सिंह, संतोष गर्ग, सूरज, पुष्पकार आदि मौजूद रहे।