नहीं मिली तो दूसरी किश्त, भर दिया कंडा
खुले में लोग शौच न जाए। इसके लिए सरकार ने हर परिवार को शौचालय की सुविधा दी है। सरकारी धन से शौचालय निर्माण कराने और इसके प्रयोग के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है लेकिन मंझनपुर के मडूकी गांव में लापरवाही के चलते एक परिवार के घर बना शौचालय अधूरा है। ऐसे में परिवार के लोगों ने अधूरे शौचालय में कड़ा भर रखा है।
नारा : खुले में लोग शौच न जाए। इसके लिए सरकार ने हर परिवार को शौचालय की सुविधा दी है। सरकारी धन से शौचालय निर्माण कराने और इसके प्रयोग के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है, लेकिन मंझनपुर के मडूकी गांव में लापरवाही के चलते एक परिवार के घर बना शौचालय अधूरा है। ऐसे में परिवार के लोगों ने अधूरे शौचालय में कड़ा भर रखा है।
मडूकी निवासी सूरसती पत्नी दुजई के नाम पर सात साल पहले शौचालय योजना का लाभ दिया गया। जिम्मेदारों ने शौचालय निर्माण के लिए दूसरी किश्त अब तक नहीं दी। ऐसे में शौचालय अधूरा पड़ा है। परिवार के लोगों ने अब इसमें कड़े रख दिया है। सूरसती का आरोप है कि निर्माण को पूरा करने की मांग प्रधान से की गई है, लेकिन अब तक दूसरी किश्त नहीं मिली। ऐसे में शौचालय का प्रयोग नहीं हो रहा है। शौचालय खाली था तो उन्होंने कड़े रख दिया। मामले को लेकर प्रधान बृजेश कुमार सिंह का कहना है लाभार्थी को शौचालय का लाभ 10 साल पहले दिया गया था। जो अधूरा रह गया। लाभार्थी को फिर से 12 हजार रुपए शौचालय निर्माण के लिए दिया गया है।