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तीन डाक्टर और 26 स्वास्थ्यकर्मी गैरहाजिर, रोका वेतन

जासं, कौशांबी : जनपदवासियों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने में लापरवाही बरत रहे चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों पर शिकंजा कसने के लिए डीएम ने मंगलवार को जिला स्तरीय अधिकारियों से जिला अस्पताल समेत कई अस्पतालों की जांच कराई। जांच के दौरान दो डाक्टर और और 23 स्वास्थ्यकर्मी अनुपस्थित मिले।

By JagranEdited By: Published: Tue, 29 May 2018 07:57 PM (IST)Updated: Tue, 29 May 2018 09:38 PM (IST)
तीन डाक्टर और 26 स्वास्थ्यकर्मी गैरहाजिर, रोका वेतन
तीन डाक्टर और 26 स्वास्थ्यकर्मी गैरहाजिर, रोका वेतन

जासं, कौशांबी : जनपदवासियों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने में लापरवाही बरत रहे चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों पर शिकंजा कसने के लिए डीएम ने मंगलवार को जिला स्तरीय अधिकारियों से जिला अस्पताल समेत कई अस्पतालों की जांच कराई। जांच के दौरान दो डाक्टर और और 23 स्वास्थ्यकर्मी अनुपस्थित मिले। वहीं अस्पताल परिसर में गंदगी भी पाई गई। अधिकारियों की रिपोर्ट पर डीएम ने अनुपस्थित डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों का वेतन रोकने का निर्देश जारी किया है।

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डीएम मनीष कुमार वर्मा के निर्देश पर मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी इंद्रसेन ¨सह ने जिला चिकित्सालय में ओपीडी, इमरजेन्सी वार्ड, पोषण पुनर्वास केन्द्र, प्रसूती कक्ष आदि का निरीक्षण किया। प्रसूती कक्ष में वंदना यादव व मीना देवी से असुविधा व खाना मिलने आदि की जानकारी ली। अस्पताल में 23 डाक्टर तैनात हैं लेकिन मौके पर 21 उपस्थित मिले। डा. आशुतोष ¨सह व डा. दीपक का स्थानांतरण हो गया इसलिए वह अवकाश पर थे। इसके अलावा सभी 25 स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे। आउटसोर्सिग के नौ कर्मियों से सात अनुपस्थित थे। वहीं आयुष ¨वग के सभी नौ कर्मी अनुपस्थित थे। अस्पताल में गंदगी पाई गई। इस पर सीडीओ ने नाराजगी जताई। साथ ही सीएमएस को सफाई व्यवस्था में सुधार लाने का निर्देश दिया है। जिला विकास अधिकारी विजय कुमार ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कड़ा का निरीक्षण किया। वहां संविदा कर्मी शारदा देवी व रीता देवी अनुपस्थित थे। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि दोनों अवकाश पर है लेकिन उसका प्रार्थना पत्र नहीं उपलब्ध कराया। चिकित्सालय परिसर पर गंदगी थी। दिव्यांगजन कल्याण अधिकारी राजेश सोनकर ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चायल व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चायल का निरीक्षण किया गया। वहां डा. मोहम्मद आजम, रमाशंकर ¨सह फार्मासिस्ट, अशरफ अमान एनएमए, सुनील कुमार, श्यामसुंदर, स्टाफ नर्स अनुपस्थित थे। जिला पंचायतराज अधिकारी कमल किशोर ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिराथू का निरीक्षण किया गया। वहां पर डा. त्रिभुवन ¨सह, एमओ रागिनी, बीएएम अनुपस्थित थे। मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य पारसनाथ ने पीएचसी सुजातपुर का औचक निरीक्षण किया। वहां तैनात डा. पुष्पेश शर्मा और तीन कर्मचारी अनुपस्थित थे।

262 में 120 प्रकार की दवाएं ही उपलब्ध

संयुक्त जिला चिकित्सालय मंझनपुर कौशांबी में दवाओं की उपलब्धता के संबंध में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि 262 प्रकार की दवाओं में से 120 प्रकार की दवाएं ही उपलब्ध हैं। कान्ट्रैक्ट रेट में कुल 50 प्रकार की दवाओं का आर्डर कियाहै, जिसमें से मात्र तीन प्रकार की ही मिल पाई है।

अस्पतालों में है साफ-सफाई का अभाव

जिला अस्पताल में साफ-सफाई की व्यवस्था ठीक नहीं मिली। अस्पताल के कक्षों के चारों तरफ बड़ी-बड़ी घास, दीवारों पर काई व बाहरी नालियां चोक पाई। चिकित्सालय के अंदर कक्षों में भी गंदगी मिली। कई स्थानों पर खराब खाना पड़ा मिला था। कार्यरत सफाईकर्मी सही तरीके से कार्य नहीं कर रहे हैं।


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