पाजिटिव और निगेटिव रिपोर्ट के बीच उलझी लूट के आरोपित की गुत्थी
लूट के आरोपित के कोविड संक्रमित होने की गुत्थी पाजिटिव और निगेटिव रिपोर्ट के बीच उलझ गई है। रैपिड एंटीजेन टेस्ट की दो रिपोर्ट में वह कोरोना संक्रमित पाया गया था लेकिन जिला अस्पताल के सीएमएस का दावा है कि उसकी रिपोर्ट निगेटिव आइ है। जबकि विभागीय कर्मियों में यह भी चर्चा रही कि आरोपित की आरटीपीसीआर जांच प्रयोगशाला नहीं भेजी गई।
जासं, कौशांबी: लूट के आरोपित के कोविड संक्रमित होने की गुत्थी पाजिटिव और निगेटिव रिपोर्ट के बीच उलझ गई है। रैपिड एंटीजेन टेस्ट की दो रिपोर्ट में वह कोरोना संक्रमित पाया गया था लेकिन जिला अस्पताल के सीएमएस का दावा है कि उसकी रिपोर्ट
निगेटिव आइ है। जबकि विभागीय कर्मियों में यह भी चर्चा रही कि आरोपित की आरटीपीसीआर जांच प्रयोगशाला नहीं भेजी गई।
मंझनपुर कोतवाली पुलिस ने रविवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मंझनपुर में कुछ आरोपितों की कोविड जांच कराई थी। उसमें से एक आरोपित की एंटीजेन टेस्ट रिपोर्ट पाजिटिव आइ थी।रिपोर्ट को निगेटिव कराने को लेकर कोतवाल विनोद कुमार और पीएचसी प्रभारी डा. अरुण कुमार पटेल के बीच कहासुनी एवं नोकझोंक हुई थी।बाद में जिला अस्पताल से आरोपित की रिपोर्ट निगेटिव आ गई थी समाचार छपने पर सोमवार को स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची रही। बताया गया कि मुख्य चिकित्साधिकारी डा. केसी राय ने सीएमएस डा. दीपक सेठ को तलब कर उनसे मामले की जानकारी ली और आरोपित की आरटीपीसीआर जांच कराने के निर्देश दिए। सीएमएस का दावा है कि मोती लाल नेहरू मेडिकल कालेज प्रयागराज की प्रयोगशाला में आरटीपीसीआर जांच कराने पर आरोपित की रिपोर्ट निगेटिव आइ। जानकारों का मानना है कि मोती लाल नेहरू मेडिकल कालेज से आरटीपीसीआर जांच की रिपोर्ट आने में कम से कम तीन दिन लगते हैं।पीएचसी प्रभारी ने सीएमओ समेत डीएम और एसपी को पत्र भेजकर पूरी घटना से अवगत कराया है। जेल भेजे गए अभियुक्त से अन्य बंदियों में भी संक्रमण का खतरा मंडराने लगा है। सीएमओ का दावा है कि उन्होंने सीएमएस को तलब नहीं किया था बल्कि आरटीपीसीआर जांच कराने के लिए कहा था।