विश्व हाथ धुलाई दिवस के मौके पर छह दिनों तक बच्चों को हाथ धुलाई का महत्व बताएंगे शिक्षक
हमारे हाथों में अनदेखी गंदगी छिपी होती है जो किसी भी वस्तु को छूने उसका उपयोग करने व कई तरह के दैनिक कार्यों के कारण होती है। यह गंदगी बगैर हाथ धोए खाद्य एवं पेय पदार्थों के सेवन से आपके शरीर में जाती हैं और बीमारियों को जन्म देती हैं। हाथों की धुलाई के प्रति जागरूकता पैदा करने के मकसद से पूरे विश्व में 15 अक्टूबर को विश्व हाथ धुलाई दिवस मनाया जाता है।
कौशांबी। हमारे हाथों में अनदेखी गंदगी छिपी होती है, जो किसी भी वस्तु को छूने, उसका उपयोग करने व कई तरह के दैनिक कार्यों के कारण होती है। यह गंदगी, बगैर हाथ धोए खाद्य एवं पेय पदार्थों के सेवन से आपके शरीर में जाती हैं, और बीमारियों को जन्म देती हैं। हाथों की धुलाई के प्रति जागरूकता पैदा करने के मकसद से पूरे विश्व में 15 अक्टूबर को विश्व हाथ धुलाई दिवस मनाया जाता है।
हाथ धोना हमारे लिए कितना जरुरी है, कोरोना संक्रमण में यह तो सबको समझ में आ ही गया है। क्योंकि हाथ धुलने से बीमारियों का खतरा काफी कम हो जाता है। जब कोविड-19 जैसी बीमारियों ने दस्तक दी, तब सबको एक ही हिदायत दी गई कि किसी भी चीज को छूने के बाद हाथों को अच्छी तरह से साफ करें। साबुन से 30 सेकंड तक हाथ धोएं। इससे हम हैजा, डायरिया, निमोनिया और कोविड-19 जैसी वैश्विक बीमारी को भी परास्त कर सकते हैं। बहरहाल विश्व में हाथ धुलाई दिवस पर बहुत जोर दिया जा रहा है। ताकि लोग हाथों की सफाई को लेकर सतर्क रहें। क्योंकि सिर्फ हाथ धुलने से हम कई बीमारियों से बच सकते है। इस बार थीम रहेगा कि साबुन से धोएं हाथ तो बीमारियां नहीं फटकेंगी पास। स्वच्छ भारत के इस मिशन से कोरोना वायरस संक्रमण, डेंगू से लेकर डायरिया जैसी बीमारियों को रोकने की भी पहल की गई है। 15 अक्टूबर को दशहरा त्योहार के साथ विश्व हाथ धुलाई दिवस भी है। दशहरा अवकाश की वजह से 16 अक्टूबर से 22 अक्टूबर तक विभिन्न गतिविधियां आयोजित कर छात्रों को साफ सफाई के प्रति जागरुक करने को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश सिंह ने निर्देश जारी किया है। विश्व हाथ धुलाई दिवस आयोजित करने का उद्देश्य लोगों में हैंड वाशिग के महत्व के बारे में अवगत कराना है। जिसके लिए संयुक्त राष्ट्र ने 15 अक्टूबर का दिन तय किया है। दशहरा अवकाश के चलते अगले दिन हाथ धुलाई कार्यक्रम के अंतर्गत साबुन से हाथ धोने के मुख्य 6 चरणों को सिखाने के साथ कोविड-19 महामारी संक्रमण काल में भोजन के पहले, नाक, मुंह व आंखों को छूने के बाद, खांसने एवं छींकने के बाद, शौच व शौचालय के उपयोग के पश्चात हाथ धोने के महत्व के बारे में प्राथमिक विद्यालयों में छात्रों को बताया जाएगा। हालांकि दशहरा अवकाश के चलते बुधवार को ही प्राथमिक विद्यालय सिराथू द्वितीय में स्वच्छता विषयक पोस्टर व स्लोगन तैयार कर छात्रों को जागरूक किया गया। जिसमें स्कूल की प्रधानाध्यापक संगीता सिंह एवं सहायक शिक्षिका वसुंधरा वाजपेई ने बच्चों को हाथ धोने के टिप्स व महत्व बताए।